गुरुग्राम, रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रदुम्न ठाकुर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गयी है। इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बड़े खुलासे हुए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक प्रद्युम्न को बड़ी बेरहमी से मारा गया है। उसके जख्म इतने गहरे थे कि कोई भी इंसां ऐसे हालात में दो-तीन मिनट से ज्यादा जिंदा नहीं रह सकता। उसका खून भी बहुत बह चुका था।
प्रद्युम्न की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक तेज धारदार हथियार से उसके गले पर वार किए गए थे। उसके जख्म 18 सेमी लंबे और 2 सेमी गहरे थे। गले की नसों के साथ खाने की नली भी पूरी तरह कट गयी थी। इन्ही सब वजहों से उसकी मौत हुई।
इस मामले को लेकर आज शनिवार को पुलिस चार्जशीट दाखिल करने वाली थी, लेकिन इससे पहले ही कल शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच करवाने का ऐलान कर दिया था। जिसकी वजह से अब पुलिस चार्जशीट दाखिल नहीं करेगी.
आपको बता दें कि प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर पहले दिन से ही प्रद्युम्न हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। वे पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं थे। इस केस की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी ने दो दिन पहले ही स्कूल के सारे स्टाफ से पूछताछ की है। स्कूल के माली को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हरियाणा पुलिस की एक टीम मामले की जांच करने रेयान स्कूल मुंबई पहुँच चुकी है। इस बीच बॉम्बे हाई कोर्ट ने रेयान मालिकों की अग्रिम ज़मानत याचिका को खारिज कर दिया है और साथ ही उनको अपने-अपने पासपोर्ट पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जमा करवाने को बोला है।
शुक्रवार को प्रद्युम्न के माता-पिता ने मुख्यमंत्री खट्टर से मुलाकात की और फिर से सीबीआई जांच की मांग की। ठीक इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस मामले में सीबीआई जांच का ऐलान कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि अगले तीन माह तक गुडगांव का रेयान इंटरनेशनल स्कूल सरकार के अधीन रहेगा।
इसी बीच शुक्रवार को ही प्रद्युम्न हत्याकांड के आरोपी कंडक्टर अशोक के वकील मोहित वर्मा ने दावा किया है कि अशोक निर्दोष है। इस हत्या के मामले में अशोक को फंसाया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन ने अशोक पर दबाव बनाया और आरोप कबूल करवाने के लिए के पुलिस ने उसे बुरी तरह टार्चर किया। बच्छाव पक्ष के वकील के इस बयान ने एक बार फिर मामले पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
जानिए पूरा मामला
बीते शुक्रवार गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाले 7 साल के मासूम प्रद्युम्न की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। पुलिस पूछताछ में स्कूल बस के कंडक्टर अशोक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। अशोक ने पुलिस को बताया कि उसने प्रद्युम्न के साथ कुकर्म करने की कोशिश की थी. नाकाम होने पर पकड़े जाने के डर से उसने प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी।