प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी नगरी वाराणसी स्थित बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में छेड़खानी के खिलाफ शुरू हुआ बवाल शनिवार और रविवार को भी नहीं थम पाया, वहीँ मामले में शनिवार की रात में हालात और बिगड़ गए जब पुलिस ने कैंपस में घुसकर छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया गया। इस लाठीचार्ज मामले को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने बेहद गंभीर बताया है। इसके साथ ही उन्होंने मामले में काई सवाल भी उठाये हैं।
राज्यपाल ने BHU मामले में उठाये ये अहम् सवाल-
यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने BHU छात्राओं पर हुए लाठी चार्ज को बेहद गंभीर बताया है। इस दौरान उन्होंने मामले में कई अहम सवाल भी उठाये।राज्यपाल ने कहा कि BHU में हुई इस घटना का कारण क्या है? साथ ही इस पूरी घटना में पुलिस का व्यवहार कैसा था? राज्यपाल ने ये भी सवाल किया के इस आंदोलन की अगुवाई कौन कर रहा था?
इस दौरान राज्यपाल राम नाईक ने बताया कि मामले में जांच के लिए जांच कमेटी बनाई गई है। जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव द्वारा की जायेगी। राज्यपाल ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में योग्य करवाई की जाएगी। गौरतलब हो कि इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने लापरवाही बरतने पर आला अधिकारियों के खिलाफ कारवाई की बात कही है। इस दौरान प्रमुख सचिव गृह भी IG और कमिश्नर से लगातार मामले की अपडेट ले रहे हैं।
आपको बता दें कि BHU लाठीचार्ज मामले में 1180/17,323/325/352/392 IPC की धारा के अंतर्गत पुलिस पर पत्रकारों से लूट मारपीट का मामला भी दर्ज किया गया है।
BHU में हुआ जमकर बवाल-
भारी बवाल और आगजनी के बाद 2 अक्टूबर तक यूनिवर्सिटी बंद कर दी गई है। गुस्साए छात्रों ने सर सुंदरलाल अस्पताल में घुसकर पथराव किया, इससे वहां भगदड़ मच गई। छात्रों ने बीएचयू के सिंह द्वार के बाहर खड़ी मोटरसाइकिलों को भी आग लगा दी। आक्रोशित छात्रों ने पुलिस बूथ को उखाड़ कर फेंक दिया।
भारी हिंसा को देखते हुए 23 थानों की फोर्स बुला ली गई। पुलिस ने हिंसा पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के कई गोले छोड़े और 18 राउंड हवाई फायरिंग की.
पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हुए हैं। छात्राओं का कहना है कि पुलिस ने उनपर भी लाठीचार्ज किया और उनके साथ गाली-गलौज भी की गई।