भारतीय अंडर-19 क्रिकेट कोच राहुल द्रविड़ को लगता है कि यह उनकी टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था. द्रविड़ ने इस जीत के बाद भारत में की गई मीडिया कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत ने फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखाया.
पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का मतलब पता था
द्रविड़ ने कहा, ‘हमने फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखाया, जैसा हमने क्वार्टर फाइनल (बांग्लादेश के खिलाफ) और सेमीफाइनल (पाकिस्तान के खिलाफ) खेला था.’ द्रविड़ ने कहा, ‘मुझे बेहद खुशी है कि 15 लड़कों को विश्व कप के मेडल पहनने को मिले. वे इसके हकदार थे. विश्व कप में उन्होंने काफी मेहनत और बलिदान का परिचय दिया.’ भारतीय कोच ने कहा, ‘लड़कों को पता था कि पाक के खिलाफ मैच को काफी लोग देखेंगे. हम दो एशिया कप खेले, लेकिन पाकिस्तान से खेलने का मौका नहीं मिला. मुझे खुशी है कि उन्हें पता चला कि अंडर 19 स्तर पर भारत-पाकिस्तान का मैच कैसा होता है.’
पिछले डेढ़ साल से हो रही थी मेहनत
उन्होंने कहा, ‘हमारे खिलाड़ी जिस तरह से एकजुट हुए, जिस स्तर का उन्होंने क्रिकेट खेला, इससे आपको काफी संतुष्टि मिलती है. कुछ मैचों में हम दबाव में थे लेकिन ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने जिम्मेदारी उठाई और योगदान दिया. मेरे नजरिए से पिछले 14 से 16 महीने में काफी अहम काम हुआ. अंडर 19 खिलाड़ियों के विकास के लिए जो भी योजनाएं बनाई गईं और जो तैयारी जो की गई, वह काफी संतोषजनक रहा.”
2012 में हम जीते थे, पर एक ही खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय खेला
द्रविड़ ने कहा कि उनके युवा खिलाड़ियों की असली परीक्षा अभी होनी है. उन्होंने कहा, ‘चुनौती और कड़ी मेहनत असल में अब शुरू होंगे, हमने इस बारे में बात भी की है. जब हम वहां थे तो उन्होंने 2012 का फाइनल दिखाया था और मैंने कुछ चीजों पर गौर किया.’ द्रविड़ ने कहा, ‘यह मजेदार है कि फाइनल में भारत ने आस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराया लेकिन छह साल बाद उनमें से सिर्फ एक खिलाड़ी भारत के लिए खेला जबकि पांच या छह आस्ट्रेलिया के लिए खेले.’
पांच पुराने खिलाड़ी आ रहे थे, पर हमने नहीं लिए
द्रविड़ ने कहा, ‘पिछली बार के विश्व कप के पांच खिलाड़ी इस बार क्वालीफाई कर रहे थे लेकिन हमने उन्हें नहीं चुनने का फैसला किया, क्योंकि मुझे लगता है कि उनके लिए बेहतर होगा कि वे अंडर-23 और सीनियर पुरुष क्रिकेट खेलें.’ उन्होंने कहा, ‘युवाओं में प्रतिभा मौजूद है, क्षमता मौजूद है. यह खुद को प्रबंधन करना है, दबाव और उम्मीदों से कैसा निपटा जाए जो अंडर 19 चैंपियन बनने से आई हैं.’ द्रविड़ ने कहा, ‘भारतीय टीम में जगह बनाना आसान नहीं है. अगर वे अच्छे प्रथम श्रेणी क्रिकेटर बनते हैं तो भारतीय टीम में भी खेल सकते हैं.’
आईपीएल की नीलामी से हो रही थी टेंशन
राहुल द्रविड़ ने कहा कि वह आईपीएल की नीलामी के दौरान ‘चिंतित’ थे क्योंकि अंजर 19 विश्व कप खेल रहे उनके कुछ खिलाड़ियों को इसमें चुने जाने का इंतजार था. हालांकि इससे खिलाड़ियों का ध्यान भंग नहीं हुआ और टीम विश्व कप जीतकर लौटी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक द्रविड़ ने कहा, ‘आईपीएल नीलामी के दौरान एक हफ्ता तनावपूर्ण था, लेकिन इसके बाद लड़के अभ्यास के लिए लौटे और जी जान लगा दी. केवल उन तीन दिनों के दौरान मैं थोड़ा चिंतित था।’ आपको बता दें कि आईपीएल में अंडर-19 टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ, शिवम मावी, कमलेश नागरकोटी, शुभमन गिल और अनुकूल राय को अच्छी रकम मिली.