बॉलीवुड से हॉलीवुड तक में अपनी अदाकारी से सबको दीवाना बनाने वाली देसी- गर्ल प्रियंका चोपड़ा ने फिल्म निर्माण में भी कदम रख दिया है पर शायद ये कदम उनके लिए गलत साबित होरहा है क्योँकि निर्माता बनीं पीसी की अगली ही फिल्म जो हिंदी के महान और नोबल पुरस्कार से सम्मानित कवि श्री रबीन्द्रनाथ टैगोर और उनकी अंग्रेजी अध्यापिका अन्नपूर्णा तुरखुद के बीच पनपे प्रेम संबंधों पर आधारित है, अपने कुछ किसिंग दृश्यों की वजह से टैगोर जी के प्रशंसकों और विश्व भारतीय यूनिवर्सिटी के निशाने पर आ गयी है। विश्व भारतीय यूनिवर्सिटी के सदस्यों का कहना है कि फिल्म में दिखाए वो दो दृश्य काफी अश्लील हैं और जिसकी वजह से टैगोर जी की गलत छवि समाज में दिखाई देगी। विश्व भारतीय यूनिवर्सिटी के सदस्यों का कहना है कि अगर वो दृश्य फिल्म से नहीं हटाए गए तो इस फिल्म को वो कोलकाता के किसी भी सिनेमा घर में लगने नहीं देंगे। रबीन्द्रनाथ टैगोर के जीवन पर बनी फिल्म बंगाली, मराठी और अंग्रेजी भाषा में रिलीज़ होगी।
अपनी फिल्म पर संकट के बादल घिरते देखकर प्रियंका ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता उज्जवल चटर्जी जो उनकी फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं, से वो किसिंग सीन को फिल्म से हटाने के लिए बोल दिया। उज्वल उस फिल्म से एक किसिंग सीन को हटाने के लिए राजी हो गए पर दूसरे किसिंग सीन को उन्होंने अभी भी फिल्म का हिस्सा बनाये रखा है।
आपको बतादे की अन्नपूर्णा तुरखुद जिन्हें कुछ लोग एना या अन्नाबाई के नाम से भी जानते हैं वो मुंबई के एक डॉक्टर आत्माराम पांडुरंग तुरखुद की बेटी थीं जिन्हें रबीन्द्रनाथ टैगोर को अंग्रेजी सिखाने के दौरान प्रेम हुआ और फिल्म में उनके और टैगोर जी के प्रेम संबंधों को दिखाने की कोशिश की गयी है।
अब देखना ये है कि अदाकारी से निर्माण के क्षेत्र में कदम रखने वाली प्रियंका की इस फिल्म में दर्शको को कितना ”प्रेम और कितनी अश्लीलता” दिखाई देगी ये तो फिल्म रिलीज़ होने के बाद ही पता चलेगा और फिल्मों में कई किरदार निभाने वाली प्रियंका निर्माता के किरदार को निभाने में कितना सफल होगी ये तो उनकी नयी फिल्म ही निश्चित करेगी।