प्रतापगढ़, 7 अप्रैल 2021
यूपी के प्रतापगढ़ में भाजपा विधायक धीरज ओझा बुधवार को डीएम आवास के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव लड़ने के इच्छुक एक शख्स का नाम पिछले पांच महीने से मतदाता सूची में नहीं जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा कई और शिकायतों को लेकर प्रशासन पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए विधायक धरने पर बैठ गए। इस दौरान मौके पर डीएम और एसपी पहुंचे। इसके बाद विधायक कार्यालय से बाहर निकले और अचानक जमीन पर लेटकर प्रदर्शन करने लगे। भाजपा विधायक धीरज ओझा ने एसपी द्वारा गोली मारने की धमकी देने का आरोप लगाया। डीएम के कार्यालय से विधायक फटे कपड़े में बाहर निकले। इसके बाद विधायक को डीएम ने खुद अपने पास बुलाया और बंद कमरे में विधायक और अफसरों के बीच बातचीत चली।
विधायक ने बताया था कि शिवगढ़ में दबंग आदमी के खिलाफ आमिर और उसकी पत्नी चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने वोटर लिस्ट से उनका नाम हटा दिया। ओझा ने कहा कि वहां के बीएलओ भी लिख कर दे रहे हैं, लेकिन ये मामले को लटका रहे हैं। राहुल यादव एसडीएम और सतीश त्रिपाठी अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने कोई जांच नहीं की और आज तक वोटर लिस्ट में नाम उसका दर्ज नहीं हुआ। उसका कहीं नाम नहीं है। पांच महीने से उसको प्रशासन दौड़ा रहा है। विधायक ने कहा कि उसके परिवार को धमकियां भी मिलीं, लेकिन उसने कहा कि वह चुनाव जरूर लड़ेगा।
बता दें, धीरज ओझा प्रतापगढ़ जिले में रानीगंज से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। वीडियो में विधायक जोर-जोर से चिल्लाते हुए भी नजर आ रहे हैं। विधायक द्वारा धमकी के आरोप मामले में एसपी आकाश तोमर ने साफ कहा कि विधायक झूठा आरोप लगा रहे हैं। इस पूरे प्रकरण से पुलिस का कोई संबंध नहीं है। एसपी ने कहा कि मैंने विधायक को दुर्व्यवहार करने से रोका तो झूठा आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा कि विधायक डीएम आवास पर वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा धरने पर बैठे थे।