पिछले हफ्ते सेंसर बोर्ड के नए अध्यक्ष बनाए गए प्रसून जोशी को सोमवार से ऑफिस जॉइन करना था, मगर वे पहले ही दिन गायब रहे। इससे ऑफिस में कामकाज को लेकर अफरा-तफरी मची रही।
सेंसर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी अपने जाने से पहले कई फिल्मों को सर्टिफिकेट देकर गए हैं। इनमें आगामी शुक्रवार को रिलीज होने वाली फिल्में ‘बरेली की बर्फी’ और ‘अ जेंटलमैन’ भी थीं। नियम के अनुसार इन फिल्मों के प्रोड्यूसर्स को सोमवार को अपने सर्टिफिकेट कलेक्ट करने थे। मगर सोमवार को जब प्रोड्यूसर ऑफिस पहुंचे, तो बोर्ड के नए अध्यक्ष प्रसून जोशी जो कि इन सर्टिफिकेट्स को जारी करने वाले थे, वह तो गायब थे। ऐसे में ‘बरेली की बर्फी’ के प्रोड्यूसर दुविधा में पड़ गए क्योंकि फिल्म की रिलीज डेट इसी शुक्रवार की है। उन्होंने तत्काल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी से संपर्क किया। उन्होंने प्रोड्यूसर की मदद की। यदि सर्टिफिकेट अटक जाता, तो ‘बरेली की बर्फी’ का इस शुक्रवार को रिलीज होना बहुत ही मुश्किल था।
उधर, प्रसून जोशी ने कहा है कि वे काम शुरू करने से पहले अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहते हैं। वे किसी जल्दबाजी में नहीं हैं। आपको बता दें कि फिल्मों पर लगातार हो रहे विवाद के बाद सरकार ने पहलाज निहलानी को हटाकर प्रसून जोशी को सेंसर बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है। निहलानी का हालिया विवाद शाहरुख खान की फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ में से इंटरकोर्स शब्द हटाने को लेकर हुआ है। फिल्म ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज’ में लगाए 50 से ज्यादा कट भी विवाद का कारण बने हैं।