गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के मासूम प्रद्युम्न ठाकुर की निर्मम हत्या के बाद देशभर के स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस मामले पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि एक स्कूल में बच्चे की हत्या और बच्ची के साथ बलात्कार की घटनाएं काफी चिंताजनक हैं। जावड़ेकर ने कहा ”मैं खुद बहुत दुखी हूं, मेरी भी पोती स्कूल जाती है।” उन्होंने कहा कि सरकार स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम करने के उपायों पर विचार कर रही है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री जावड़ेकर ने कहा है कि सीबीएसई के स्कूलों को मंत्रालय की ओर से फिर सुरक्षा संबंधी निर्देश भेजे जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जो जवाब मांगा है उसे भी भेज रहे हैं। जावड़ेकर ने कहा है कि, ‘एक और विचार मन में आया है कि क्यों ना स्कूल बस की ड्राइवर महिला हों और ज्यादा से ज्यादा कर्मचारी महिला हों, जिसे सुरक्षा की स्थिति कुछ बेहतर हो जाए।”
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाह ने भी प्रद्युम्न की हत्या को बहुत ही दुखद बताया है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि आगे से ऐसी घटना न हो और जो भी दोषी हैं, उनको सख़्त से सख़्त सज़ा मिले। कुशवाह ने कहा कि मंत्रालय की ओर से सीबीएसई की एक जांच कमेटी भी बनाई गई है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपगी।
उपेंद्र कुशवाह ने कहा है कि, ‘जिस तरह से स्कूल के बाथरूम में चाकू लेकर व्यक्ति अंदर पहुंच जाता है उससे लगता है कि कहीं ना कहीं स्कूल प्रशासन की सुरक्षा में कमी थी।’ उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को राज्य सरकार पर भरोसा रखना चाहिए राज्य सरकार भी जांच करा रही है, मगर परिवार की मांग के अनुसार राज्य सरकार सीबीआई जांच पर भी विचार करे। उन्होंने कहा कि अभिभावकों पर जो लाठीचार्ज हुआ है, उस पर लोकल प्रशासन को जवाब देना चाहिए।