झारखंड के दुमका जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अमड़ा मोड के पास दिग्घी गांव की ओर जाने वाली सड़क पर निर्भया गैंगरेप कांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। थाने में पीड़िता की ओर से दर्ज बयान के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में सात लोगों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया है। बाकी लोगों ने इसमें आरोपियों का सहयोग किया है।
ये रहे आरोपियों के नाम-
पुलिस ने इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, ये हैं आरोपियों के नाम-
- मुफस्सिल थाना क्षेत्र के माराजोड़ा गांव निवासी स्व. रामेश्वर किस्कु का बेटा दानियल किस्कु उम्र 20 साल
- नवाडीह (तेलियाचक) निवासी अमजद अंसारी का 24 वर्षीय बेटा सद्दाम अंसारी
- चंदापानी गांव निवासी हुलास राणा का बेटा अनिल राणा
- नवाडीह तेलियाचक निवासी मंसूर अंसारी का बेटा कुर्बान अंसारी
- कोदो खिंचा निवासी श्याम सोरेन का बेटा सूरज सोरेन
- तेलियाचक निवावसी अमजद अंसानी का बेटा शहबाज अंसारी
- नवाडीह तेलियाचक निवासी तुराब अली अंसारी का बेटा जियाउल अंसारी
- नवाडीह निवासी सुभान अंसारी का बेटा अमरान अंसारी
- कोदो खिंचा निवासी रसिक मरांडी का बेटा शैलेंद्र मरांडी
- कोदो खिंचा निवासी सर्किल हेंब्रम का बेटा जयप्रकाश हेंब्रम
- बागडुबी निवासी चुंडा सोरेन का बेटा सुमन सोरेन
- कोदो खिंचा निवासी बुदेय हासदा का बेटा अलबिनुस हासदा
- गुहियाजोरी गांव निवासी कालेश्वर मुर्मू का बेटा मार्शल मुर्मू और जॉन मूर्मू
- कोदो खिचा निवासी परमेश्वर हासदा का बेटा सुभाष हासदा
- रानी डींडा निवासी जोएल टुडू का बेटा हाबील टूडू
पुलिस की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक इस घटना में शामिल युवक 18 से 24 आयुवर्ग के हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस घटना में आठ गांव के 16 युवक शामिल हैं, जिन्होंने गैंगरेप जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया है।
पुलिस की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक, पीड़िता ने दिये अपने बयान में कहा है कि वह बुधवार यानी 6 सितंबर की शाम करीब 5.30 बजे अपनी दोस्त के साथ बाइक से दिग्घी कॉलेज घूमने के लिए निकली थी। कॉलेज से वापस आते वक्त दिग्घी जाने वाली सड़क पर शाम करीब सात बजे शौच करने के लिए रुके थे। इसी दौरान वहां पर पहले से मौजूद चार-पांच लड़के उसके पास पहुंच गये और उन दोनों से पूछने लगे कि तुम लोग यहां क्या कर रहे हो।
पुलिस में पीड़िता की ओर से दर्ज बयान के मुताबिक, उन चार-पांच लड़कों ने पीड़िता और उसके दोस्त पर गलत काम करने का आरोप लगाते हुए पैसे की मांग की। उन लड़कों ने पीड़िता और उसके दोस्त से चार हजार रुपये और पीड़िता का मोबाइल की मांग करने लगे। ऐसा न करने पर वे सभी ने पीड़िता के साथ छेड़छाड़ करनी शुरू कर दी। विरोध करने पर पीड़िता के दोस्त की पिटाई भी कर दी।
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पीड़िता ने पुलिस में दर्ज बयान में कहा है कि इसी दौरान वहां पर मौजूद कुछ अन्य लड़कों ने फोन करके अपने अन्य साथियों को भी बुला लिया। कुछ ही देर में प्लेजर स्कूटी से दो-तीन लड़के और वहां आ गये। उन लोगों ने बातचीत में यह कहा कि गांव से मांझी को बुलाते हैं। वही फैसला करेंगे कि इनका क्या करना है। इसकी कुछ ही देर बाद 10-12 और लड़के और वहां आ गये। इनमें से कुछ पैदल थे और कुछ बाइक से आये थे। फिर इनमें से छह-सात लड़कों ने मिलकर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है।
पुलिस का कहना है कि पीड़िता ने अपने बयान में यह बताया है कि आरोपी घटना को अंजाम देने के दौरान बीच-बीच में एक-दूसरे का नाम ले रहे थे, इसीलिए पीड़िता ने इस घटना में शामिल दानियल, अनिल, सूरज, सद्दाम, शहबाज, कुर्बान, इमरान और जियाउल का नाम बताया है। हालांकि, कुछ ऐसे भी नाम थे, जो उसे याद नहीं थे।
पुलिस का कहना है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता और उसके दोस्त को दुमका के सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया है। इसके बाद दुमका पुलिस उपाधीक्षक (मु) प्रथम अशोक कुमार सिंह, थाना प्रभारी मुफस्सिल, थाना प्रभारी नगर पुलिस निरीक्षक मनोज ठाकुद एवं अन्य पुलिस अधिकारियों की टीम ने तत्काल घटनास्थल पर जाकर वहां पर जांच की। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी भी की गयी।पुलिस ने घटनास्थल से कपड़े, हेयर पिन, चाकू और सबूत के तौर पर अन्य महत्वपूर्ण वस्तुओं को बरामद किया है। इसके अलावा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करने के बाद 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।