मुंबईः शेयर बाजार बीएसई ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से नीरव मोदी की उस चिट्ठी से संबंधित खबर के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है जिसमें उसने लिखा है कि बैंक ने जल्दबाजी में मामले को सार्वजनिक कर ऋण वसूली के अपने रास्ते बंद कर लिए हैं। उल्लेखनीय है कि 11,400 करोड़ रुपए के पी.एन.बी. घोटाला मामले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी की एक चिट्टी सामने आई है।
पी.एन.बी. को लिखी इस चिठ्टी में उसने कहा है बढ़ा-चढ़ाकर बताए गए मामले ने मीडिया में तूल पकड़ लिया। इससे उसकी कंपनी के खिलाफ तलाशी एवं जब्ती अभियान को तेजी से अंजाम दिया गया। नतीजन फायरस्टार इंटरनेशनल और फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल के कारोबार ठप पड़ गए। इससे बैंक का ऋण चुकाने की समूह की क्षमता जोखिम में पड़ गई है। उसने लिखा है कि 13 फरवरी और 15 फरवरी को उसके आश्वासन के बावजूद तुरंत वसूली की चिंता में बैंक की कार्रवाई ने उसके ब्रांड और कारोबार को चौपट कर दिया है।
बीएसई ने बैंक से मीडिया में आई इन खबरों पर स्पष्टीकरण मांगा है। नीरव मोदी ने चिट्ठी में यह भी दावा किया है कि घोटाले की राशि बढ़ा-चढ़ाकर बताई जा रही है। उसने कहा है कि उसकी देनदारी काफी कम है और 5,600 करोड़ रुपये की जब्त की गई परिसंपत्ति तथा कुछ अन्य परिसंपत्तियों को मिलाकर बैंक का कर्ज पूरी तरह से चुकता किया जा सकता था लेकिन, अब लगता है कि उसकी गुंजाइश समाप्त हो गई है। उसने अपने परिजनों के नाम घोटाले से जोड़े जाने को भी गलत बताया है। उसने कहा है कि उसके भाई, पत्नी और मामा का नाम गलत तरीके से इससे जोड़ा गया है।