प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल देश के सबसे बड़े पुल का उद्घाटन करेंगे। इस पुल की लंबाई 9.15 किलोमीटर है। अरुणाचल प्रदेश में संचार सुविधा को बेहतर बनाने के लिए ये पुल काफी मददगार साबित होगा। ये पुल ब्रह्मपुत्र नदी के दक्षिणी तट पर स्थित धोला को उत्तरी तट पर स्थित सादिया से जोड़ेगा। इस पुल के बनने से सबसे बड़ा फायदा भारतीय सेना को होगा क्योंकि उन्हें अब अरुणाचल प्रदेश स्थित भारत-चीम सीमा पर पहुंचने में तीन से चार घंटे कम लगेंगे। बता दें कि पुल के निर्माण में कुल 10 हजार करोड़ रुपए की लागत आई है।
PM Shri @narendramodi to dedicate to nation India's longest bridge 'Dhola-Sadiya bridge' in Assam on 26 May 2017. #BuildingNewIndia pic.twitter.com/CoRwGA9pKm
— BJP (@BJP4India) May 25, 2017
पुल के चालू होने के बाद अरूणाचल प्रदेश और असम के बीच की दूरी 165 किलोमीटर और 5 घंटे कम हो जाएगी। ये पुल 60 टन बजनी युद्धक टैंक का वजन उठाने में सक्षम है। 2011 में इस पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ और इस परियोजना कील लागत 950 करोड़ थी, इस पुल का का उद्घाटन 2015 में होना था लेकिन बाद में सरकार ने 26 मई को का उद्घाटन करने का फैसला लिया।
बोगीबील पुल का होगा निर्माण
इस पुल को अन्य सड़कों से जोड़ने के लिए 28.5 किलोमीटर लंबाई की सड़कों का निर्माण भी किया गया है। गौरतलब है कि जल्द ही एक और बोगीबील नामक पुल शुरू होने वाला है जिसे अरुणाचल प्रदेश से एटानगर जाने में 4-5 घंटे का कम समय लगेगा।