मुंबई : सुप्रीम कोर्ट की अयोध्या मंदिर मामले में आपसी बातचीत से हल निकालने की सलाह के बाद अब शिवसेना ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी है। शिवसेना ने कहा है कि इस मुद्दे पर अब सुप्रीम कोर्ट के नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश की जरूरत है।
शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकाशित हुए एक संपादकीय में यह बात कही गई है। शिवसेना ने कहा है कि इस वक्त देश का माहौल ऐसा हो गया है कि केवल हिन्दू ही नहीं बल्कि मुस्लिम भी मोदी की बात सुनते हैं और उनके पक्ष में हैं। इसलिए राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर अब पीएम मोदी अपनी योजनाओं को आगे बढ़ा सकते हैं। .
शिवसेना के मुखपृष्ठ सामना में लिखा है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की भारी जीत से ये पता चलता है कि इस वक्त पीएम मोदी को हिन्दू-मुस्लिम दोनों पक्षों का साथ मिला हुआ है। आज पूरा देश पीएम मोदी की बात सुनता है, मुस्लिम भी उनकी बात सुनते हैं। इसलिए अगर मोदी निर्देश देंगे तो राम मंदिर का निर्माण ज़रूर होगा।
बता दें कि 21 मार्च को राम मंदिर के मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने खा था कि क्योंकि ये मामला धर्म और आस्था से जुड़ा है इसलिए बेहतर होगा कि दोनों पक्ष आपस में इस मुद्दे को सुलझा लें। साथ ही कोर्ट ने कहा कि जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट के जज भी मध्यक्षता करने को तैयार हैं.