नई दिल्ली : आज सोमवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की यात्रा पर रवाना होंगे। पीएम मोदी 6 दिवसीय विदेश दौरे के तहत जर्मनी स्पेन रूस और फ्रांस जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्विपक्षिय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे।
पिछले तीस सालों में स्पेन का यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के नवनियुक्त राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात करेंगे।
इस यात्रा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्य मकसद है कि इन चारों देशों के साथ भारत का रिश्ता मजबूत हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आर्थिक रिश्तों के साथ-साथ कूटनीतिक रिश्तों को भी मजबूती देना चाहते है। इन देशों से भारतीय बाजार में अधिक निवेश के लिए आमंत्रित करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 6 दिन की यात्रा के पहले चरण में जर्मनी की यात्रा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वह चांसलर एंजेला मार्केल के साथ वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के एजेंडे में न्यूक्लियर इकॉनमिक और साइंस के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना शामिल है। इसके साथ यूरोपीयन यूनियन के साथ मुक्त व्यापार समझौता भी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भी इन देशों के साथ मुख्य मकसद रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को जर्मनी पहुंचेंगे जहां वह एंजेला मर्केल के साथ वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति में जर्मनी को काफी मुख्य स्थान दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेसबुक पर पोस्ट भी किया था। भारत के विकास के लिए उठाए जा रहे कदमों में जर्मनी काफी महत्वपूर्ण पार्टनर है और भारत जर्मनी की मदद से ही ट्रांसफर्मेशन का सपना पूरा होगा।
जर्मनी से स्पेन मंगलवार को प्रधानमंत्री जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्पेन दौरा बहुत ही महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वह राजा फिलिप VI और राष्ट्रपति मैरियोन राजॉय के साथ वार्ता करेंगे। इस द्विपक्षीय वार्ता में अर्थव्यवस्था और आतंकवाद सहित कई महत्वपू्र्ण विषयों पर चर्चा होगी।
31 मई से 2 जून तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस में रहेंगे। अपने राजनयिक संबंधों की 70 वीं वर्षगांठ का इस तीन दिन के दौरे में दोनों देश जश्न मनाएंगे। भारत रूस से भी कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर वार्ता करेगा। 2 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच को संबोधित करेंगे, जहां भारत ‘अतिथि देश’ है।
2 जून को रूस के बाद आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वह तीन जून को फ्रांस के नवनियुक्त राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे। जहां दोनों राजनेता संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और भारत की स्थायी सदस्यता पर चर्चा करेंगे।