उप-राष्ट्रपति के चुनाव के लिए प्रक्रिया शुरु हो गई है। आज 11 बजे उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार वेंकैया नायडू और विपक्षी दलों के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी अपना नामांकन पत्र भरेंगे।
आपको बता दें कि वेंकैया नायडू बीजेपी के वरिष्ठ नेता और शहरी विकास एवं सूचना प्रसारण मंत्री हैं, वहीं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र हैं। सोमवार को हुई बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में नायडू के नाम का फैसला किया गया। उधर विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी का नाम विपक्ष दो दिन पहले घोषित कर चुकी है।
सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इसका ऐलान किया, शाह ने कहा कि नायडू इस पद के लिए हर कसौटी पर खरे उतरते हैं व.हीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नायडू को बधाई दी और उनकी जमकर तारीफ की। तेलंगाना की टीआरएस ने तो नायडू के समर्थन का ऐलान कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी ने वेंकैया नायडू का समर्थन करने के लिए कई राजनीतिक दलों से बात की है। पीएम मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात की है। मोदी ने तमिलनाडु के सीएम ई. के. पलानीस्वामी, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी बात की और समर्थन मांगा।
आपको बता दें कि नीतीश कुमार पहले ही विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी के समर्थन का ऐलान कर चुके हैं।
वेंकैया नायडू : वेंकैया नायडू चार बार राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं। नायडू अभी राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं। उनके पास राज्यसभा का गहन अनुभव है। नायडू मौजूदा सरकार में संसदीय कार्य मंत्री हैं।
गोपालकृष्ण गांधी : 71 वर्षीय गोपालकृष्ण गांधी रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं। वे बंगाल के 22 वें गवर्नर भी रह चुके हैं। 2004 से 2009 तक इस पद पर कार्यरत रहे। वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते हैं।