उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह मंगलवार 26 सितम्बर को राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ‘KGMU’ पहुंचे, जहाँ उन्होंने पिट एंड फिशर सीलेट के पॉयलेट योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी कार्यक्रम में शामिल हुई।
गुटका और पान मसाला होना चाहिए बैन-सिद्धार्थनाथ सिंह
स्वास्थ्य राज्यमंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह आज केजीएमयू पहुंचे हैं। जहाँ उन्होंने ने केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल के साथ पिट एंड फिशर सीलेट के पॉयलेट योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बार करते हुए कहा कि KGMU में आज दो प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि एक प्रोजेक्ट तो ये है की उत्तर प्रदेश किस प्रकार टोबैको फ्री बने। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि, ‘मेरा ये मानना है, कि जो गुटका और पान मसाला है उसे बैन होना चाहिए क्यों की इससे कैंसर होते हैं।’ उन्होंने कहा कि इसके साथ ही एक और प्रोजेक्ट है जो की डेंटल केयर है। ये प्रोजेक्ट विशेष रूप से बच्चों के लिए है क्यों की उनके दांत सड जाते हैं। उनको प्रिवेंशन के रूप में हमलोग बचाने का प्रयास कर आ रहे हैं। इसके पिट एंड फिशर्स सीलेंट्स कहते हैं।
उन्होंने कहा कि बच्चे जब पैदा होते हैं और 5-6 साल के होते हैं तो उनके दांतों के बीच गैप आ जाते हैं। साथ ही उसके अन्दर कुछ बैक्टेरिया भी आता है और खाना भी फंस जाता है जिससे वो ठीक से ब्रश नही होता। ऐसे में उसके अगर थिन लाइनिंग करते हुए सील कर दें तो वहां एक रफ सरफेस न होकर स्मूथ सरफेस हो जाती है। इससे दांत सड़ते नही हैं।
595 नए डेंटल सपोर्ट के लिए डेंटिस्ट की पोजीशन क्रिएट की गई-
स्वास्थ्य राज्यमंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि ये प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के माध्यम से शुरू हुआ है। जिसकी शुरुआत KGMU से की गई है। हम लोगों ने 595 नए डेंटल सपोर्ट के लिए डेंटिस्ट की पोजीशन क्रिएट की है। जो की जिला अस्पताल और CHC में लगेंगे। इसके लिए हम लोगों ने लोक सेवा आयोग को अध्याचन भेजा है। ऐसे में बोर्ड जैसी ही उन्हें चिन्हित करेगा तो हम उन डॉक्टरों को CHC और जिला अस्पतालों में तैनात करेंगे। उसके साथ ही हम लोग पिट एंड सीलेंट की टेक्नोलॉजी भी लागू करेंगे।