सुखोई-30 ने नियमित प्रशिक्षण के लिए 23 मई को सुबह 10.30 बजे तेजपुर सैन्य अड्डे से उड़ान भरी थी लेकिन चीन सटे अरुणाचल प्रदेश के डोलसांग के पास से सुबह लगभग 11.10 बजे विमान का रडार से संपर्क टूट गया था उसका मलबा उसी स्थान पर मिला था जहाँ पर राडार से संपर्क टूटा था। जांच दल को घटना स्थल से 28 मई को विमान का ब्लैक बॉक्स भी मिला था। हवाई रेकी के जरिए तेजपुर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर 26 मई को विमान का मलबा बरामद हुआ था।
UPDATE ON MISSING SU-30 AIRCRAFT: Wreckage of the aircraft has been found today & search for FDR & missing crew is under-progress.@adgpi pic.twitter.com/oiF2acsgPV
— Indian Air Force (@IAF_MCC) May 26, 2017
खोज एवं बचाव दलों को भारतीय वायु सेना के असम, अरुणाचल प्रदेश सीमा के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए सुखोई-30 लड़ाकू विमान के दोनों पायलटों में से एक का खून से सना जूता, आधा जला हुआ पैन कार्ड और पर्स मिला है। खोज एवं बचाव दल में भारतीय सेना, वायु सेना और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी शामिल हैं।
भारतीय वायु सेना के सूत्रों के मुताबिक, “खराब मौसम के बावजूद तलाशी अभियान जारी है। हालांकि, अभी तक दोनों पायलटों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।”