पटना, बिहार के औरंगाबाद जिले के जिलाधिकारी के ठिकानों पर छापेमारी हो रही है। सीबीआइ ने इसकी पुष्टि की है। जिलाधिकारी का नाम कंवल तनुज है। सीबीआई के एसपी राजेश रंजन के नेतृत्व में छापेमारी की गई। उनके ऊपर 2 करोड़ रूपये घूस लेने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार, औरंगाबाद के डीएम जांच के घेरे में आ गये हैं। उन पर करोड़ों की जमीन की हेराफेरी का आरोप है। औरंगाबाद स्थित उनके सरकारी आवास पर सीबीआई की लगातार रेड चल रही है। सीबीआई के रेड को लेकर प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है। इस संबंध में अब तक कोई कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। यहां तक कि पटना के हायर अथॉरिटी भी वेट एंड वाच की स्थिति में है। छापेमारी पूरी होने के बाद ही पूरे मामले का पता चल सकेगा। बताया जाता है कि डीएम पर 2 करोड़ रुपये घूस लेने का आरोप है।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआइ की यह छापेमारी औरंगाबाद के नवीनगर के एनटीपीसी प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण से लेन-देन से जुड़ा हुआ है। इसमें करीब दो करोड़ की गड़बड़ी की बात कही जा रही है। डीएम के उपर आरोप है कि उन्होंने एनटीपीसी को जमीन देने वाले से 2 करोड़ रूपये अधिक का भुगतान लिया है।
औरंगाबाद के साथ ही तंवर के लखनऊ और नोएडा सहित छह ठिकानों पर सीबीआइ ने एकसाथ दबिश दी है। करीब डेढ़ घंटों से सीबीआइ के अधिकारी जिलाधिकारी के आवास की तलाशी ले रहे हैं। आवास के अंदर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि सीबीआई की दिल्ली शाखा ने 21 फरवरी की सुबह औरंगाबाद जिलाधिकारी के खिलाफ केस दर्ज किया था। डीएम कंवल तनुज समेत बीबीसीएल के सीइओ शिवकुमार को भी आरोपित बनाया गया है।