नई दिल्ली, 22 मई 2021
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव को बड़ी राहत मिली है। सीबीआई ने लालू यादव को क्लीन चिट देते हुए उनके खिलाफ 2018 के रिश्वत मामले में अपनी प्रारंभिक जांच को बंद कर दी है, क्योंकि एजेंसी को कोई ठोस सबूत नहीं मिला, जिसके बाद सीबीआई ने फाइल बंद कर दी है।
दरअसल, आरोप लगाया गया था कि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी, बेटी चंदा और रागिनी ने 2011 में 4 लाख रुपये में एक कंपनी एबी एक्सपोर्ट्स खरीदी थी। एबी एक्सपोर्ट्स एक कथित शेल कंपनी ने 2007 में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 5 करोड़ रुपये में एक संपत्ति खरीदी थी। साल 2011 में लालू के परिवार के पास कंपनी को 4 लाख रुपये में खरीदने के बाद करोड़ों की संपत्ति भी पास आ गई।
इसके बाद आरोप लगाए गए कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और बांद्रा स्टेशन पर कुछ प्रोजेक्ट के बदले में डीएलएफ द्वारा कथित तौर पर एबी एक्सपोर्ट्स के जरिए धन को रिश्वत के रूप में भेजा गया था। सीबीआई ने जनवरी 2018 में लालू यादव के ऊपर भ्रष्टाचार और डीएलएफ ग्रुप के खिलाफ जांच शुरू कर दी थी। लेकिन साल 2018 में शुरू हुई जांच के बाद कोई सबूत नहीं मिले, जिसके बाद सीबीआई ने इस पूरे मामले में क्लीन चिट दे दी। एक जानकारी यह भी सामने आई है कि पूर्व सीबीआई निदशक ऋषि कुमार शुक्ला के वक्त में ही इस मामले में लालू यादव को राहत दे दी गई थी, लेकिन वो सामने आई है।
आपको बता दें कि चारा घोटाले केस में जेल में सजा काट रहे लालू यादव फिलहाल अभी जमानत पर बाहर हैं। उन्होंने तीन साल से ज्यादा का वक्त जेल में काटा था। लालू प्रसाद शुगर, हृदय और गुर्दे की समस्याओं सहित कई बीमारियों से पीड़ित हैं, जो रिहाई के बाद दिल्ली में अपना इलाज करवा रहे हैं।