नई दिल्ली, आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है. राज्यसभा में जेडीयू नेता शरद यादव और अली अनवर की सदस्यता रद्द होने पर विपक्ष ने हंगामा किया. विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि महागठबंधन की बैठक में हमने तय किया था कि नीतीश कुमार ही हमारे सीएम चेहरा होंगे. और वोट महागठबंधन के नाम पर मांगे जाएंगे. नीतीश कुमार ने वोट महागठबंधन के नाम पर मांगा और गठबंधन को तोड़कर चले गए.
गौरतलब है कि पिछले तीन महीनों में प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों में जो तल्खी दिखाई दी, उसका असर भी संसद में दिख सकता है. सत्र की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नए मंत्रिमंडल का परिचय करवाया. उन्होंने पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास समेत कई मंत्रियों का परिचय करवाया.
सरकार की कोशिश है कि वह अपने बिलों को जल्द पास करा सके. तो दूसरी तरफ विपक्ष के पास सरकार को घेरने के लिए मुद्दों की पूरी लिस्ट तैयार है. कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के मुद्दे पर नोटिस दिया है. कांग्रेस पीएम मोदी के द्वारा किए गए कमेंट पर माफी की मांग कर सकती है.
दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई
शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आम तौर पर दिवाली के साथ-साथ ठंड का मौसम भी बदल जाता है, लेकिन ग्लोबल वार्मिंग की वजह से अभी ठंड नहीं लग रही है. लेकिन शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है, 2017 में शुरू हुआ सेशन 2018 तक चलेगा. इसमें कई महत्वपूर्ण सरकार के कामकाज जो दूरगामी प्रभाव डालेंगे सदन में आएंगे.
उन्होंने कहा कि सदन में अच्छी, सकारात्मक बहस हो. जो देश के लिए अधिक कारगर साबित होगी. ऑल पार्टी मीटिंग में यही बात हुई है. मैं आशा करता हूं कि सकारात्मक रुप से सदन चलेगा.
लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम हमेशा से ही सदन में सकारात्मक बहस के तैयार हैं. सरकार को सदन में इस तरह का माहौल बनाना चाहिए. उन्हें विपक्ष का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने जो सवाल पूछे हैं सरकार की ओर से उनका कोई जवाब नहीं दिया गया.
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि सरकार और विपक्ष का काम है अपने मुद्दों को रखना. और मेरा काम सदन को सुचारू रूप से चलाने में हैं.
आपको बता दें कि 15 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलने वाला यह सत्र मात्र 22 दिनों का होगा जिसमें अगर छुट्टियों को हटा दें तो संसद सिर्फ 14 दिनों तक ही चलेगा.
इन मुद्दों पर घेरेगा विपक्ष
कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष सरकार को संसद में घेरने को बेताब है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए किया गया कमेंट, ईवीएम, चुनाव आयोग, अमित शाह के पुत्र जय शाह का मामला, के अलावा भी कांग्रेस के पास कई मुद्दे हैं.
एक तरफ जहाँ विपक्ष सरकार को घेरेगा तो दूसरी तरफ सरकार भी चाहेगी कि वह अपने बिलों को पास करवाए. इस सत्र में सरकार कुल 14 बिल पेश कर सकती है, इनमें सबसे बड़ा नाम है तीन तलाक को लेकर पेश किए जाने वाले बिल का. इस बिल के प्रावधान के तहत तीन तलाक देने वाले व्यक्ति को तीन साल तक की सजा हो सकती है.