आज उत्तर प्रदेश विधान सभा का पहला सत्र शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा कर दिया। सत्र के पहले दिन प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सदन में जमकर हंगामा किया। राज्यपाल राम नाइक ने हंगामे और नारेबाजी के दौरान ही अपना संबोधन पूरा किया। इस दौरान राज्यपाल राम नाईक पर भी कागज के टुकड़े फेंके गए हैं। विपक्षी विधायक सदन में प्लेकार्ड लेकर आए थे। राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायकों ने उनकी ओर कागज के गोले फेंके।
विपक्ष के हंगामे पर यूपी कैबिनेट के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हम आशा करते हैं कि विपक्ष अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएगा। सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
#WATCH Opposition protests in UP Assembly over law & order situation in the state; raised slogans on first day of the session pic.twitter.com/ZKj0YliKha
— ANI UP (@ANINewsUP) May 15, 2017
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार खुद राज्य की कानून-व्यवस्था बेहतर नहीं कर पाई और हमसे 50 दिनों की रिपोर्ट मांगी जा रही है।
इस दौरान विपक्षी विधायकों ने सीएम योगी आदित्यनाथ का घेराव भी किया। समाजवादी पार्टी के साथ ही बसपा व कांग्रेस के विधायक प्रदेश में खराब कानून-व्यवस्था को लेकर हंगामा कर रहे।
Pandemonium in Uttar Pradesh assembly over law and order situation in the state. pic.twitter.com/vHzuFIafRZ
— ANI UP (@ANINewsUP) May 15, 2017
इससे पहले राज्यपाल राम नाईक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विधानभवन में पहुंचे। राष्ट्रगान के बाद विधानसभा की कार्यवाही शुरु हुई।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की हुकूमत कायम होने के बाद सोमवार 15 मई से पहले विधानसभा सत्र की शुरुआत हुई है। 17वीं विधानसभा के गठन के बाद विधानमंडल का आज पहला सत्र है। विधानसभा अध्यक्ष की अगुआई में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में 15 से 22 मई तक के कार्यक्रम की मंजूरी दी गई है। इस बीच सदन की छह बैठकें होंगी।
पहले सत्र की शुरुआत से पहले योगी सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल का भी फैसला किया है। 31 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। कई शहरों के एसएसपी बदले गए हैं. दलील यही है कि राज्य में कानून व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होगा। कोशिश हर हाल में इसे बेहतर करने की है। पिछले 30 दिनों में छठी बार फेरबदल हुआ है।