पाकिस्तान के दिग्गज लेग स्पिनर रहे अब्दुल कादिर ने एक बड़ा सनसनीखेज बयान देकर क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी है। कादिर ने रविवार को कहा कि ,”पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी वसीम अकरम, इंजमाम-उल-हक और मुश्ताक अहमद और अन्य खिलाड़ी मैच फिक्सिंग में लिप्त थे। अगर इन खिलाड़ियों को फांसी दे दी जाती तो पाकिस्तान में स्पॉट फिक्सिंग का खतरा नही होता। ”
पाकिस्तान के इस पूर्व गेंदबाज़ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा कि वसीम अकरम, वकार यूनिस, इंजमाम उल हक और मुश्ताक अहमद जैसे खिलाड़ी अपने समय में मैच फिक्सिंग करते थे। एक टीवी शो में बोलते हुए कादिर ने दावा किया कि अकरम, इंजमाम और मुश्ताक ज्यादा बड़े दोषी हैं। कादिर ने कहा कि इन्हीं खिलाड़ियों की वजह से 90 के दशक के अंतिम सालों में मैच फिक्सिंग ने पाक क्रिकेट में दस्तक दी। 1990 में भी पाकिस्तान में फिक्सिंग में कुछ खिलाड़ियों को पकड़ा गया था। इसके बाद मामले की जांच के लिए जस्टिस मलिक मोहम्मद खय्याम की अध्यक्षता में एक जांच समिति बिठाई गई थी।
कादिर ने कहा कि अगर ठीक समय पर इन खिलाड़ियों को फांसी पर लटका दिया गया होता, तो मैच फिक्सिंग वहीं रुक जाती। कादिर ने वर्ष 2000 में मैच फिक्सिंग में फंसे दो खिलाड़ियों अताउर रहमान और सलीम मलिक की ओर इशारा करते हुए कहा कि वो दोनों तो महज बलि का बकरा थे।
आपको बता दे क़ि दुबई और पाकिस्तान में खेली गई पीएसएल लीग में पाकिस्तान के खालिद लतीफ, शारजील खान, मोहम्मद इरफान, नासिर जमशेद और शाहजैब हसन समेत पांच खिलाड़ियों को संदेह के घेरे में निलंबित किया जा चुका है। पाकिस्तानी क्रिकेट इन दिनों मैच फिक्सिंग के साये में है। पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान सामने आया स्पॉट फिक्सिंग का मामला अब बढ़ता जा रहा है। अब तक पांच खिलाड़ियों को संदेह के घेरे में सस्पेंड किया जा चुका है।