इस्लामाबाद, 21 मार्च 2021
अल्पसंख्यकों के लिए काल बने पाकिस्तान में कब किसे मौत के घाट उतार दिया जाए कोई नहीं जानता। खासकर हिन्दू समुदाय पाकिस्तान में सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। लेकिन, जो उस जुल्म के खिलाफ पाकिस्ता में आवाज उठाने की जहमत करता है उसे खामोश कर दिया जाता है। पाकिस्तान में हिन्दू जर्नलिस्ट अजय लालवानी के साथ यही किया गया। अजय लालवानी की गोली मारकर हत्या कर दी गईl
हिन्दू जर्नलिस्ट की हत्या
घटना पाकिस्तान के सिंध प्रांत की है। जहां हिन्दू पत्रकार अजय लालवानी को अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया। पाकिस्तानी अखबार द इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक हिन्दू जर्नलिस्ट अजय लालवानी की हत्या उस वक्त की गई जब वो एक सैलून में अपना बाल बनवा रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक अजय लालवानी जह सैलून के अंदर थे तब दो बाइक और एक कार में सवार होकर कई हमलावर वहां पहुंच गये और अजय लालवानी के ऊपर गोलियों की बरसात कर दी। कई गोलियां अजय लालवानी के शरीर को पार कर निकल गईं। जिसके बाद उन्हें आनन फानन अस्पताल ले जाया गया। लेकिन तबतक उनकी मौत हो चुकी थी।
न्यूज चैनल और अखबार में लिखते थे अजय
रिपोर्ट के मुताबिक 31 साल के पाकिस्तानी हिन्दू जर्नलिस्ट अजय लालवानी सिंध प्रांत में बतौर जर्नलिस्ट एक न्यूज चैनल में काम करते थे। इसके अलावा वो एक अखबार के लिए भी आर्टिकिल लिखते थे। ऊर्दू भाषा के अखबार ‘डेली पुचानो’ के लिए वो आर्टिकिल लिखा करते थे। गुरुवार को अजय को उस वक्त निशाना बनाया गया जब वो नाई की दुकान पर थे। अजय के पेट, बांह और घुटनों में गोलियां लगी थीं।
परिवार की किसी से दुश्मनी नहीं
रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने अजय लालवानी हत्याकांड के बाद दावा किया कि उनकी हत्या रंजिशों की वजह से की गई है। लेकिन, अजय लालवानी के पिता ने पुलिस के दुश्मनी वाले दावे को सिरे से खारिज कर दिया। अजय लालवानी के पिता दिलीप कुमार ने कहा है कि उनके परिवार की किसी से भी दुश्मनी नहीं थी। हालांकि, पाकिस्तान की सिंध पुलिस ने 3 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है लेकिन अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
अमेरिका तक प्रदर्शन
पाकिस्तान में हिन्दू जर्नलिस्ट की हत्या के बाद एकबार फिर से पाकिस्तान की पूरी दुनिया में थू-थू हो रही है। अमेरिका में भी हिन्दू जर्नलिस्ट अजय लालवानी की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और पाकिस्तान सरकार की निंदा की गई है। न्यूयॉर्क की कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट ने पाकिस्तान सरकार की निंदा करते हुए सिंध प्रशासन से अजय लालवानी के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। वहीं, कई पत्रकार संगठनों ने जर्नलिस्ट हत्याकांड को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की निंदा की है।