कुछ दिन पहले सेंसर बोर्ड में हुए भारी फेरबदल के बाद चीफ पद से हटाए गए पहलाज निहलानी ने अनुराग कश्यप के बारे में कहा है कि , ‘ मैं समझ सकता हूं कि सेंसर बोर्ड से मेरे जाने से अनुराग कितने खुश होंगे। उन्होंने खुलेआम मेरे खिलाफ कैंपेन चलाया था। उनकी मेरे प्रति घृणा छिपी नहीं है।’ बता दें कि लगातार विवादों को देखते हुए हाल ही में पहलाज निहलानी को सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाया गया है।
निहलानी ने कहा, ‘मैं पाखंडी नहीं हूं, लेकिन प्रेक्टिकल जरूर हूं। मुझे इंटरकोर्स शब्द से कोई समस्या नहीं थी। इसे बंगाली फिल्म धनंजय में मंजूर किया गया था। लेकिन मैं जानता हूं कि शाहरुख खान के फैन बच्चे भी हैं और उनके पैरेंट्स नहीं चाहेंगे कि वे फिल्म ‘जब हैरी मेट सेजल’ में इंटरकोर्स शब्द के बारे में पूछे। मुझ पर इस बात के लिए दबाव बनाया गया था कि मैं फिल्म में कट न लगाऊं, सिर्फ इसे सर्टिफिकेट दूं। यह बात स्पष्ट है कि सेंसर बोर्ड की गाइडलाइन में यह कहीं नहीं कहा गया है कि फिल्म में कट नहीं लगाने चाहिए। हमें प्रोग्रेसिव गाइडलाइन की जरूरत है।सीबीएफसी पूरी तरह से भ्रमित संस्था है।’
खुद को हटाए जाने से नाराज निहलानी ने कहा है कि सेंसर बोर्ड एक कंफ्यूज्ड ऑर्गेनाइजेशन है, जिसकी गाइडलाइन यह कतई नहीं कहती कि फिल्म में कट नहीं लगाए जा सकते। पहलाज निहलानी की जगह गीतकार प्रसून जोशी को बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया गया है।