फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर विवाद दिन-ब-दिन गहराता ही जा रहा है. रोज नए-नए ओछे बयान सामने आ रहे हैं. कुछ जातीय संगठन देशभर में फिल्म की रिलीज का विरोध कर रहे हैं. गुरुवार को राजपूत करणी सेना के महिपाल सिंह मकराना ने दीपिका पादुकोण की नाक काटने की धमकी दी. एक वीडियो जारी कर कहा- ‘राजपूत महिलाओं पर कभी हाथ नहीं उठाते, लेकिन जरूरत पड़ी तो हम दीपिका के साथ वही करेंगे जो लक्ष्मण ने शूर्पणखा के साथ किया था.’
इस बीच यूपी में राजपूत करणी सेना के लोकेंद्र सिंह कलवी ने कहा, ‘यदि फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज हुई तो लाखों लोग इसके विरोध में जमा होंगे. हमारे पूर्वजों ने खून से इतिहास लिखा है. हम किसी को इस पर कालिख नहीं पोतने देंगे. हम 1 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान करेंगे.’ उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म की रिलीज रोकने के लिए हम सिनेमाघरों के मालिकों और हर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को खून से चिट्ठी लिखेंगे.
‘पद्मावती’ के खिलाफ इस विवाद में जयपुर के सर्व ब्राह्म्ण महासभा भी कूद पड़ा है. संगठन ने फिल्म बैन करने के लिए सेंसर बोर्ड को खून से साइन किया हुआ लेटर भेज रहा है.
इस बीच यूपी के मेरठ में एक राजपूत नेता ने फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के खिलाफ अजीबोगरीब फरमान जारी किया. इसमें भंसाली का सिर काटने वाले को पांच करोड़ देने की बात है.
जानिये क्यों है विवाद ?
क्या कहते हैं भंसाली
बता दें कि पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मिनी के बीच ड्रीम सीक्वेंस को लेकर विवाद था जिस पर मेकर्स की ओर से सफाई आ चुकी है. भंसाली ने हाल ही में सोशल मीडिया में एक बार फिर कहा कि फिल्म में इस तरह का कोई सीक्वेंस नहीं है. ये फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी है.