राज्यसभा में विदेश नीति पर चर्चा के दौरान गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विपक्ष को जवाब दिया। लेकिन कांग्रेस ने सुषमा पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है और राज्यसभा में विपक्ष खुद की किरकरी होने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की तैयारी में है।
आतंकी हमलों पर गलत जानकारी का आरोप
कांग्रेस के आनंद शर्मा ने सुषमा स्वराज पर सदन में झूठ बोलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सुषमा अपने बयान पर माफी मांगे, नहीं तो उन्हें विशेषाधिकार हनन का सामना करना पड़ेगा। कांग्रेस सरकार में वाणिज्य मंत्री रहे शर्मा ने कहा कि बुरहान वानी के एनकाउंटर से पहले पठानकोट अटैक हुआ, इसके अलावा 9 और आतंकी हमले हुए जिन्हें सुषमा भूल गईं।
कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने भी सुषमा के बयान पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ‘मुझे लेकर विदेश मंत्री ने सदन में जो बात कही है वो पूरी तरह से निराधार है। राजीव शुक्ला ने सुषमा के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस लाने की बात कही।
क्या बोलीं थी सुषमा?
बता दें कि सुषमा ने राज्यसभा में बानडुंग एशिया अफ्रीका संबंधों पर हुए सम्मेलन में बोलने का मौका न मिल पाने की कमी जाहिर की। वहीं, कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ये कहते रहे कि उन्होंने भाषण दिया और पूर्व पीएम पंडित नेहरू का नाम नहीं लिया। लेकिन सुषमा ने अपने बोलने का क्रम चालू रखा और पाकिस्तान से भारत के संबंधों पर बात छेड़ दी।
उन्होंने बताया कि 2016 में कश्मीर में बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद दोनों देशों के रिश्तों में दरार पड़ गई। लेकिन विपक्ष ने इस बात को मानने से इंकार कर दिया। विपक्ष का मानना है कि पीएम मोदी के 2015 में पाक के तत्तकालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बर्थडे विश करने लहौर जाने के कुछ दिन बाद ही पठानकोट में आतंकी हमले हुए।