ब्रिटेन में गुरुवार (आठ जून) को हुए आम चुनाव के नतीजे प्रधानमंत्री टेरीजा मे को बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी कंजरवेटिव पार्टी को बहुमत नहीं मिल पाया। ब्रिटेन की कुल 650 सीटों में से अभी तक आए नतीजों के अनुसार कंजरवेटिव पार्टी को 310, लेबर पार्टी को 258 और लिबरल डेमोक्रेट को 12 सीटों पर जीत मिल चुकी है। स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) को 34 सीटों पर जीत मिली है। अब टेरीजा मे पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है। टेरीजा मे ने बहुमत खोने के बावजूद इस्तीफा नहीं देने पड़ अड़ी हुई हैं।
ऐसे में अगर सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो जाती हैं, तो उसको पद से हटना ही होगा। हालांकि अब भी कंजर्वेटिव पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है। टेरीजा मे के इस्तीफे के बाद विपक्षी लेबर पार्टी दूसरे दलों के साथ मिलकर सत्ता में काबिज हो सकती है। इसमें किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। लिहाजा ब्रिटेन में एक बार फिर से त्रिशंकु संसद के हालात पैदा हो गए हैं।
अभी तक 650 में से 645 सीटों के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं। इसमें लेबर पार्टी को 261, कंजर्वेटिव पार्टी को 314, स्कॉटिश नेशनल पार्टी को 35, लिबरल डेमोक्रेट्स को 12, डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी 10 और अन्य को 13 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
शुक्रवार (नौ जून) शुरू हुई मतगणना से पहले एग्जिट पोल्स में अनुमान जताया गया था कि टेरीजा मे की कंजरवेटिव पार्टी अपना बहुमत खो सकती है, हालांकि वो देश की सबसे बड़ी पार्टी बनी रहेगी। वहीं मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी को इस चुनाव से बड़ा फायदा हो सकता है। एग्जिट पोल्स के अनुमान के बाद ही लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन टेरीजा मे से इस्तीफा मांग चुके हैं। टेरीजा मे ने ये चुनाव समय से पहले करवाए थे ताकि वो संसद में अपनी स्थिति मजबूत कर सकें।