कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को राजस्थान और गुजरात के बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। जब राहुल गुजरात के बनासकांठा पहुंचे, वहां उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंके गए, गाड़ी के शीशे टूट गए। हालांकि इस हमले में राहुल गांधी बाल-बाल बच गए हैं। इससे पहले राहुल गांधी को प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे दिखाए थे।
इस पत्थरबाजी के विरोध में दिल्ली कांग्रेस की ओर से शनिवार को मार्च निकाला जाएगा। कांग्रेस के सीनियर नेता अजय माकन की अगुवाई में दोपहर के ढाई बजे तीन मूर्ति से गुजरात भवन तक पैदल मार्च किया जाएगा। वहीं गुजरात सरकार ने इस पुरे मामले की जांच एडिशनल डीजीपी मोहन झा को सौंपी है।
कांग्रेस का आरोप है कि प्रदर्शनकारी पत्थरबाजी के दौरान मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। जिसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि वो इस तरह के विरोध से पीछे नहीं हटने वाले हैं। कांग्रेस ने इस हमले के लिए बीजेपी को जिम्मेदारा ठहराया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बीजेपी के ‘गुंडों’ द्वारा इस ‘कायराना’ हमले को अंजाम देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि काफिले में शामिल कई कारों को नुकसान पहुंचा है, उनकी कार के शीशे टूट गए हैं और एक एसपीजी के व्यक्ति को मामूली चोट आई है। उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए हुआ क्योंकि कांग्रेस उपाध्यक्ष एक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में गए थे।
इससे पहले राहुल गांधी राजस्थान के संचोर गए थे, वहां लोगों से बात की। उन्होंने कहा कि सरकार इन लोगों पर ठीक से ध्यान नहीं दे रही है, कांग्रेस पार्टी बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है। राहुल ने कहा कि सरकार की ओर से लोगों की मदद मुहैया नहीं की जा रही है, लोगों की ओर से मुआवजे को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है।
Some fault by govt's too, no positive response when I asked people of compensation. Area is flooded don't see rehabilitation being done: RG pic.twitter.com/nlhHalh0su
— ANI (@ANI_news) August 4, 2017
राहुल ने गुरुवार को असम में बाढ़ग्रस्त इलाकों का भी दौरा किया था। आपको बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था।
राजस्थान के जालोर जिले में बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी इस आपदा की घड़ी में उनके साथ खड़ी है pic.twitter.com/yxULlX5IUk
— Office of RG (@OfficeOfRG) August 4, 2017
People told Rahul ji about devastation, how some hv lost their family members, their cattle n there is very little or no support from govt. pic.twitter.com/3IMTZ3fQEU
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 4, 2017
पीएम ने किया था दौरा-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते मंगलवार को गुजरात में भीषण बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद बचाव कार्य के लिए 500 करोड़ रुपये और इस विभीषिका में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो-दो लाख रुपये व घायलों को 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी। प्रदेश में बाढ़ के कारण 83 लोगों की जान चली गई है।
बनासकांठा, साबरकांठा तथा पाटन जिले का दौरा करने के बाद मोदी ने कहा कि क्षति का आकलन तथा अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक उपाय सुझाने के लिए केंद्रीय शहरी विकास एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय का एक दल राज्य का दौरा करेगा।
गौरतलब है कि गुजरात के साथ ही पूर्वोत्तर के राज्य बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा करके रिव्यू मीटिंग भी ले चुके हैं, इसके साथ ही उन्होंने बाढ़ से निपटने के लिए 2,350 करोड़ रुपए मदद की भी घोषणा की है।