नई दिल्लीः पीएम मोदी नए साल में पहली बार मीडिया से सीधे-सीधे मुखातिब हुए। शुक्रवार को उन्होंने एक चैनल को इंटरव्यू दिया। इस दौरान उन्होंने विदेश नीति समेत जीएसटी, नोटबंदी, बेरोजगारी, वन नेशन-वन इलेक्शन जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी। मोदी ने विदेश निति पर कहा कि 2014 से पहले इसकी चर्चा नहीं होती थी कि दुनिया भारत के लिए क्या सोचती है और भारत दुनिया के लिए क्या सोचता है। लेकिन अब हर भारतीय उन जानकारियों से डायरेक्ट कनेक्ट हुआ है कि भारत विश्व में कहा है और क्या कर रहा है। एक फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनका बजट को लेकर एक ही एजेंडा है – विकास, विकास और सिर्फ विकास।
लगातार चुनाव किसी एक पार्टी या किसी नेता का एजेंडा नहीं
समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में मोदी ने कहा कि चुनाव भी त्यौहारों की तरह होने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘लॉजिस्टिक के नजरिए से देखें तो ऐसा लगता है कि देश हमेशा चुनावी मूड में हैं।’’ उन्होंने कहा कि चुनावों की तिथियां भी तय होनी चाहिए, ताकि नेता और नौकरशाह पूरे साल चुनाव कराने और चुनाव प्रचार की प्रक्रिया में शामिल नहीं रहे। पीएम मोदी ने कहा सरकार भी तो राजनीतिक दल चलाते हैं एेसे में चुनाव आने पर वो भी तो अपना काम छोड़कर चुनाव की तैयारियों में लग जाते हैं।
अपनी बात करू तो मुझे भी चुनाव आने पर अपना ध्यान उस ओर लगाना पड़ता है। मोदी ने लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकायों के चुनावों के मतदाता सूची एक होने की भी पैरवी की। यह पूछे जाने पर कि क्या एक साथ चुनाव का उनका लक्ष्य पूरा हो सकेगा तो मोदी ने कहा, ‘‘यह किसी एक पार्टी या किसी नेता का एजेंडा नहीं है। देश के फायदे के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए।’’
भारत ने अपनी पहचान बनाई है, इसका फायदा उठाना चाहिए
विश्व आर्थिक मंच :डब्ल्यूईएफ: के स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन में इस बार प्रधानमंत्री भी भाग लेने जा रहे हैं। अपनी इस यात्रा से पहले मोदी ने समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत ने दुनिया में अपनी एक पहचान बनाई है और इसका फायदा उठाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। दुनिया और सभी रेटिंग एजेंसियों ने भी इसे माना है।
दावोस बैठक को वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं का सबसे बड़ा समागम बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अभी तक वह वहां नहीं जा पाए थे। उन्होंने कहा कि इस बैठक में दुनियाभर के उद्योगपति, वित्तीय संस्थान और नीति निर्माता शामिल होंगे। एेसे में दावोस भारतीय बाजार के बारे में बताने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश :एफडीआई: में जोरदार उछाल देखा है। यह स्वाभाविक है कि दुनिया सीधे भारत से बात करना चाहती है। सीधे सरकार के मुखिया से नीतियों और क्षमताओं के बारे में जानना चाहती है।
भारत घर में अच्छा कर रहा है इसलिए दुनिया स्वीकार रही है
इंटरव्यू में पीएम मोदी से पूछा गया कि 20014 से 2018 के भारत के स्टेटस में क्या फर्क आया है। इस पर उन्होंने कहा 2014 के बाद से भारत दुनिया से डायरेक्ट कनेक्ट हो रहा है। सबसे बड़ी बात है इंडिया में 30 साल के बाद पूर्ण बहुमत वाली सरकार आई है। ये विश्व में बहुत बड़ा महत्व रखता है। ये पहले दिन से नज़र आता है। जबसे हमारी सरकार आई, भारत घर में अच्छा कर रहा है, इसलिए दुनिया स्वीकार कर रही है। गुड गवर्नेंस, ट्रांसपैरेंसी इत्यादि। जब दुनिया ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस’ में 142 से 100 रैंक पर जाना देखती है, तो ये उनके लिए बड़ी बात है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का मैन्डेट सबसे महत्वपूर्ण है, मोदी नहीं। मेरा काम है 125 करोड़ भारतीयों की आवाज मानना।
जीएसटी-नोटबंदी से अलावा भी सरकार की बड़ी उपलब्धि
जीएसटी और नोटबंदी के सवाल पर मोदी ने कहा कि अगर सिर्फ इन्ही दो चीजों को हमारा काम मानते हैं तो आप मेरी सरकार के साथ अन्याय करेंगे। आगे बात करते हुए मोदी ने कहा कि जन-धन योजना से लोगों को बैंक से जोड़ने में हम सफल हुए इसे हमारा काम नहीं मनोगे। इस देश में करोड़ो परिवारों को गैस दिया क्या यह हमारा काम नही है। 28 करोड़ एलईडी बल्ब देश में लगाए जिससे हजारों करोड़ मेगावाट की बिजली की बचत हुई जिससे पर्यावरण की बचत हुई और लोगों का बिजली का बिल भी कम हुआ क्या यह हमारा काम नही है।
यूपीए सरकार ने जीएसटी पर राज्यों की बात अनसुनी की
जीएसटी के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी की बात अटल जी की सरकार के समय बात शुरु हुई लेकिन यूपीए सरकार आने के बाद उन्होंने किसी कारण से राज्यों की बात नहीं सुनी लेकिन हमने आने के बाद राज्यों की बात सुनी और एक देश और एक टैक्स की दिशा में जाने में सफलता मिली है।