सरकारी विमान कंपनी एअर इंडिया ने अपनी फ्लाइट्स में घरेलू उड़ानों की इकोनॉमी क्लास में यात्रियों को नॉन-वेज खाना नहीं देगी। अब यात्रियों को सिर्फ वेज खाना ही दिया जायेगा। घाटे में चल रही कंपनी ने इस फैसले के पीछे कुछ कारण बताए हैं।
कंपनी की ओर से कहा गया है कि उन्होंने ये फैसला इसलिए किया है कि जिससे खाने की बर्बादी रोकी जा सके, टिकट के रेट में कमी आ सके और हम अपनी कैटरिंग की सुविधा में सुधार कर सकें।’
हालांकि, इसका असर अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स पर नहीं पड़ेगा। अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स में सफर करने वाले यात्रियों को नॉन वेज खाना सभी श्रेणियों में मिलेगा।
नागर विमानन सचिव आर एन चौबे ने यह जानकारी दी थी। उन्होंने कहा, ‘इंडिगो ने एअर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया में रूचि दिखाते हुए पत्र (ईओआई) लिखा है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कल सार्वजनिक क्षेत्र की इस विमानन कंपनी में विनिवेश को सैद्धांतिक मंजूरी दी। इसके तौर-तरीकों पर विचार के लिए मंत्रियों का एक समूह बनाया जाएगा। एअर इंडिया के 52,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है।
प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने कर्ज में डूबी सरकारी एयरलाइन कंपनी एअर इंडिया के अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के अधिग्रहण में रूचि दिखाते हुए नागर विमानन मंत्रालय को पत्र लिखा है।