बिहार ने बाढ़ का कहर जारी है जिससे अभी तक मृतकों की संख्या 514 हो गयी है। बिहार में 19 जिलों से लगभग 1.71 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। राहत शिविरों की संख्या घटकर 222 से 115 कर दी गयी है। प्रशासन का कहना है कि राज्य में बाढ़ की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। कुछ इलाके में पानी घटने से लोग अपने घरों में लौट गए हैं।
वहीँ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ पीड़ितों के लिए जल्द आर्थिक मदद मुहैया कराने के निर्देश देते हुए अधिकारियों से कहा है कि बकरीद से पहले ही पीड़ितों को आर्थिक मदद मिल जाए।
उन्होंने कहा कि अगर किसी पीड़ित का खाता नहीं खुला हो तो प्रशासन के लोग उस व्यक्ति के खाते को खुलवाने की व्यवस्था करें। ताकि आरटीजीएस के माध्यम से उनके खाते में राशि का ट्रांसफर किया जा सके।
नितीश ने कहा कि इस बार की बाढ़ अभूतपूर्व है जिसे हवाई सर्वेक्षण के दौरान उन्होंने स्वयं महसूस किया है। भविष्य में बनने वाले पंचायत भवन में भी इसका इंतजाम किया जाए। नितीश कुमार ने बताया कि बिहार की बाढ़ की रोकथाम को लेकर नेपाल के पीएम से बात हुई है।
वहीँ, उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या 24 है। यहां के गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित जिलों में मरने वालों की संख्या 102 हो गयी है।राप्ती, घाघरा, बूढी राप्ती, रोहिणी और क्वानो नदियां उफान पर हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की एक रिपोर्ट के मुताबिक चिरांग, मोरीगांव, नगांव, कार्बी आंगलोंग और गोलाघाट जिलों में 1.25 लाख लोग अभी प्रभावित हैं। राज्य के पांच जिले में 1.25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक 25551 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं 50624 घर गंभीर रूप से और 504947 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।