नई दिल्ली, आज यानी गुरुवार को निर्मला सीतारमण ने रक्षा मंत्री का पदभार संभाल लिया है। मोदी कैबिनेट में फेरबदल के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्रालय का जिम्मा सौंपा है। वे देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री हैं।
आपको बता दें कि पहले मनोहर पर्रिकर के पास रक्षा मंत्रालय की कमान थी लेकिन उनके गोवा का सीएम बनने के बाद से वित्त मंत्री अरुण जेटली ही रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे।
Armed Forces' family a priority.It's in their welfare that we ensure soldiers remain assured their interests being taken care of:Defence Min pic.twitter.com/25HkA2mEKw
— ANI (@ANI) September 7, 2017
निर्मला सीतारमण ने रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद कहा कि भारत रक्षा सामग्री का एक बड़ा खरीदार है। हालांकि, अब कई उत्पाद भारत में भी बनाए जा रहे हैं। भारत में जो रक्षा उत्पादक काम कर रहे हैं उनके लिए दुनिया में बाजार पर भी नजर होगी। इसके साथ ही सुरक्षाबलों का कल्याण, तैयारियां और उनके परिवार का कल्याण भी हमारी प्राथमिकता होगी।
क्यों हुई पदभार ग्रहण करने में देरी
दरअसल जापान के साथ होने वाली एक प्रमुख सुरक्षा बातचीत में बतौर रक्षा मंत्री के तौर पर अरुण जेटली को शामिल होना था। क्योंकि ये विज़िट पहले से ही तय थी इसलिए ताली नहीं जा सकती थी। अतः अरुण जेटली के लौटने तक निर्मला सीतारमण को इंतज़ार करना पड़ा।