राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने दिल्ली सरकार के एक प्रचार वीडियो (Promotional Video) के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसमें कथित तौर पर बिना मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए बगैर स्कूली बच्चों की एक बड़ी भीड़ को एक विज्ञापन की शूटिंग करते दिखाया गया है। आयोग ने भी कहा कि यह केंद्र के कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन है और स्कूली बच्चों के जीवन को भी खतरे में डालता है।
दिल्ली के मुख्य सचिव विजय कुमार देव को लिखे पत्र में आयोग ने कहा गया है कि उसे एक प्रचार वीडियो के खिलाफ शिकायत मिली है जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी दिखाई दे रहे हैं।
एनसीपीसीआर ने दिल्ली के मुख्य सचिव को लिए अपने पत्र में कहा, “आयोग को कलिंग अधिकार मंच, ओडिशा के राष्ट्रीय संयोजक से एक YouTube वीडियो लिंक साझा करने की शिकायत मिली है, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक प्रचार वीडियो में दिखाई दे रहे हैं। उक्त प्रचार वीडियो में स्कूली बच्चों की एक बड़ी भीड़ शामिल है, जो विज्ञापन के लिए शूटिंग कर रहे हैं। COVID-19 महामारी के प्रकोप के बीच बिना मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने वाला यह विज्ञापन भारत सरकार द्वारा जारी किए गए COVID प्रोटोकॉल का उल्लंघन है और दिल्ली के नाबालिग स्कूली बच्चों के जीवन को भी खतरे में डाल रहा है।”
आयोग ने कहा कि वीडियो किशोर न्याय अधिनियम, 2015 और कोविड-19 महामारी के मद्देनजर केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। गुरुवार को जारी पत्र में कहा गया है, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अनुरोध है कि इस मामले में कार्रवाई कर उसकी रिपोर्ट सात दिनों के भीतर आयोग के साथ साझा की जाए।