Ravishankar Prasad slams Rahul Gandhi: राहुल गांधी का ब्रिटिश संसद में दिया गया बयान अब विवादों में है। बीजेपी ने राहुल गांधी को इसके लिए आलोचना की है। बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का बयान माओवादी सोच से प्रभावित है। उन्होंने कांग्रेस नेता पर एक विदेशी भूमि से भारत के लोकतंत्र, राजनीति, संसद, न्यायिक प्रणाली और रणनीतिक सुरक्षा को छेड़ने का आरोप लगाया।
क्या कहा रविशंकर प्रसाद ने?
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमारा स्पष्ट मानना है कि राहुल गांधी माओवादियों के विचार की चपेट में हैं। उनके बयान अराजकतावादी तत्वों से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि राहुाल गांधी ने संघ का काम कभी देखा नहीं है। आदिवासी, वनवासी इलाकों में, शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जो काम किया है उसको उन्होंने देखा नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने संघ का देशभक्ति का सम्मान किया था। स्वयं नेहरू जी ने संघ को लाल किले पर परेड के लिए आमंत्रित किया था। बीजेपी सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी विदेशी धरती पर शर्मनाक झूठ और निराधार दावें कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने ब्रिटिश संसद के मंच का दुरुपयोग किया है।
प्रसाद ने कहा कि गांधी सभी संसदीय मानदंडों, राजनीतिक औचित्य और लोकतांत्रिक शर्म को विदेश से भारतीय की आलोचना करके भूल गए हैं। भाजपा के नेता ने गांधी पर भारत में यूरोप और अमेरिका के हस्तक्षेप की मांग करने का भी आरोप लगाया और कहा कि वह विदेशी शक्तियों द्वारा अपने आंतरिक मामलों में किसी भी हस्तक्षेप के खिलाफ भारत में आम सहमति के खिलाफ गए हैं। प्रसाद ने राहुल गांधी के बयान पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और उनके पूर्ववर्ती सोनिया गांधी से प्रतिक्रियाएं मांगी।
क्या कहा है राहुल गांधी ने?
ब्रिटेन में अपोजीशन लेबर पार्टी के भारतीय मूल के सांसद वीरेंद्र शर्मा ने पार्लियामेंट के ग्रैंड कमेटी रूम में राहुल गांधी के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया। सोमवार को लंदन में हाउस ऑफ पार्लियामेंट के परिसर में ब्रिटिश सांसदों से बातचीत की। इस कार्यक्रम में राहुल ने अपने भारत जोड़ो यात्रा के अनुभवों को भी शेयर किया। उन्होंने कहा कि भारतीय संसद में विपक्षी नेताओं के माइक्रोफोन बंद कर दिए जाते हैं। वहां विपक्ष का दमन हो रहा है।
राहुल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवी संघ को लेकर कहा कि यह एक सीक्रेट सोसाइटी जैसी है, जो फासीवादी है। इस संस्था ने देश के तकरीबन सभी इंस्टीटयूशंस पर कब्जा कर लिया है। बीजेपी इसी संस्था का हिस्सा है। उसका मकसद रहता है चुनाव का इस्तेमाल करके सत्ता में आना और फिर लोकतंत्र को दरकिनार कर देना। उन्होंने कहा, ‘मैं यह देखकर बहुत हैरान हूं कि आरएसएस ने कैसे इतने संस्थानों पर कब्जा किया है। प्रेस, ज्यूडिशियरी, पार्लियामेंट, इलेक्शन कमीशन, सभी इंस्टीट्यूशंस उसके दबाव और डर में हैं। ऐसे में विपक्ष को कुछ बोलने नहीं दिया जाता है। ऐसे में लोगों तक पहुंचने के लिए हमने भारत जोड़ो यात्रा निकाली।’