नई दिल्ली, कथित आईएनएक्स मीडिया रिश्वतखोरी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम के दिल्ली और चेन्नई के घर में छापा मारा। रिपोर्ट दाखिल करने के दौरान छापेमारी का सिलसिला चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी के अधिकारियों यहां शनिवार सुबह 7.30 बजे पहुंचे। बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारियों ने करीब साढ़े तीन घंटे तब छानबीन की और 11 बजे उनके आवास से बाहर निकले। छापेमारी के दौरान कार्ती चिदंबरम के आवास पर लगभग पांच अधिकारी थे
जानकारी के मुताबिक एयरसेल-मैक्सिस डील से जुड़ी कथित अनियमितताओं के मामले में ईडी के अधिकारियों ने दिल्ली और चेन्नई स्थित पांच जगहों पर छापेमारी की। इनमें से एक ठिकाना दिल्ली के जंगपुरा में, जबकि चार अन्य चेन्नई में है। बता दें कि ईडी अधिकारियों की छापेमारी के वक्त चिदंबरम या उनके बेटे कार्ति चेन्नई स्थित अपने घर पर नहीं थे। इस छापेमारी के बाद चिदंबरम के वकील ने कहा कि ईडी अधिकारियों को छापे में कुछ भी नहीं मिला है।
वहीं, पी चिदंबरम ने ईडी की छापेमारी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ईडी को छापेमारी को कोई अधिकार नहीं हैं। ईडी के छापे पर चिदंबरम ने सफाई देते हुए कहा कि मामले में सीबीआई या किसी एजेंसी द्वारा कोई एफआईआर दर्ज नहीं है। मुझे अनुमान था कि वे चेन्नई के घर की तलाशी दोबारा करेंगे लेकिन वे जोर बाग (दिल्ली में) आए। अधिकारियों ने मुझे बताया कि उन्होंने सोचा था कि कार्ति इस घर के मालिक हैं, लेकिन वे नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि ईडी के अधिकारियों को छापेमारी में कुछ भी नहीं मिला। लेकिन चूंकि उन्हें खुद के औचित्य को दिखाना पड़ता इसलिए कुछ साल पहले संसद में सरकार द्वारा दिए गए बयान के कागजात उन्होंने उठा लिए। उन्होंने कहा कि पीएमएलए के तहत जांच के लिए ईडी का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है।
वहीं, कार्ति चिदंबरम के घर ईडी की छापेमारी पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘ वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और उनके बेटे के खिलाफ साजिश से मुझे हैरानी नहीं है। पीएम मोदी और उनकी सरकार सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ कर रही हैं।’
क्या है एयरसेल-मैक्सिस डील मामला
कार्ति चिदंबरम के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग का केस चल रहा है। विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (FIPB) द्वारा 2007 में आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेश से 305 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी देने में हुई कथित अनियमितताओं के मामले में सीबीआई कई बार कार्ति चिदंबरम से पूछताछ कर चुकी है। चिदंबरम पर 2006 में मलेशियाई कंपनी मैक्सिस द्वारा एयरसेल में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के मामले में रजामंदी देने को लेकर अनियमितताएं बरतने का आरोप है। इस मामले में सितंबर 2017 में भी ईडी ने कार्ति चिदंबरम की दिल्ली और चेन्नई में कई संपत्तियां जब्त की थी।