नई दिल्ली: लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास के ऊपर ड्रोन जैसी वस्तु दिखाई देने से हड़कंप मच गया है। सूचना मिलते ही सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ दिल्ली पुलिस की टीम ने भी पूरे इलाके में गहन छानबीन की पर टीम को वैसी कोई वस्तु मिली नहीं। फिर भी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह पीएम नरेन्द्र मोदी की हत्या की आशंकाओं के बीच सुरक्षा एजेंसियों के बीच बैठकों का दौर जारी है। इसी बीच ड्रोन जैसी चीज की सूचना को पूरी गंभीरता से लिया गया। बताया गया कि 7 जून को शाम करीब 7:30 बजे प्रधानमंत्री आवास में तैनात एसपीजी के कुछ कमांडो को अवास के ऊपर ड्रोन जैसी कोई वस्तु दिखाई दी थी।
इसके बाद तत्काल सिक्योरिटी हाई अलर्ट जारी किए जाने के साथ ही दिल्ली पुलिस को सूचना दी गई। आईजीआई एयरपोर्ट एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी), सीआईएसएफ और एयरफोर्स को भी इसे लेकर अलर्ट किया गया। थोड़ी ही देर में प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों की टीम के साथ ही दिल्ली पुलिस की एक टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। सुरक्षा एजेंसियों ने गहन छानबीन की और जांच की। रडार के माध्यम से भी इलाके की जांच की गई, लेकिन ड्रोन के होने के कोई निशान नहीं मिले।
गृहमंत्री ने बैठक कर की सुरक्षा समीक्षा: सोमवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम सुरक्षा को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ ही केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के निदेशक राजीव जैन सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख मौजूद रहे। वर्ष 2017 के सितम्बर में अतिसुरक्षित संसद भवन इलाके में ड्रोन देखा गया था। उस समय भी रडार के माध्यम से जांच की गई थी पर ड्रोन जैसी किसी वस्तु के होने की कोई जानकारी नहीं मिली थी।