भारतीय सेना ने म्यांमार बॉर्डर पर एक आतंकवादी कैंप को नष्ट कर दिया है। भारत-म्यांमार सीमा पर नागा आतंकी संगठन एनएससीएन (के) का एक आतंकवादी कैंप नष्ट कर दिया गया है। इसके अलावा इस कार्रवाई में एक आतंकी संगठन एनएससीएन (के) का एक आतंकवादी भी मारा गया है। अरुणाचल प्रदेश के लॉन्ग्ाडिंग जिले में हुए इस ऑपरेशन में सेना को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है।
खुफिया सूचनाओं के आधार पर सेना को इस कैंप की जानकारी बहुत पहले ही मिल गई थी और यह ऑपरेशन 2-3 दिन से चलाया जा रहा था। हालांकि सेना ने सोमवार सुबह 7:30 बजे कैंप पर हमला बोल दिया। इस कार्रवाई में सेना के 21 पैरा (एसएफ) के जवान सम्मिलित थे। ऑपरेशन में सेना का एक जवान भी घायल हो गया है।
सेना को बड़ी कामयाबी मिली-
यह क्रॉस बॉर्डर अटैक नहीं था और सेना ने भारतीय सीमा में रहते हुए म्यांमार बॉर्डर पर स्थित इस कैंप को तबाह कर दिया है। कैंप पर हमले के बाद कई आतंकी भाग गए थे। भारतीय सेना वहां से 1 एके56 और 200 गोलियां बरामद की हैं। ऑपरेशन जारी है और सेना बाकी आतंकियों पर कार्रवाई कर रही है।
जून 2015 में भी 21 यूनिट के करीब 70 कमांडरों के एक दल ने म्यांमार सीमा पर रात के अंधियारे में लक्ष्य पर किए गए सटीक हमले में एनएससीएन (के) और केवाईकेएल उग्रवादी समूहों के 38 विद्रोहियों को मार गिराया गया था। माना जा रहा है कि एनएसीएन (के) और केवाईकेएल दोनों समूह ही चार जून 2015 को घात लगाकर किए गए भीषण हमले के लिए जिम्मेदार थे, जिनमें 18 सैनिक मारे गए और 11 अन्य घायल हो गए थे। शिविर पर हमला करना और नष्ट करने का अभियान 40 मिनट तक चला था। कमांडो ने मुठभेड़ में न सिर्फ शिविर में मौजूद लोगों को मार गिराया, बल्कि रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल भी किया था और एक शिविर में आग लगा दी गई थी।
कल पीएम मोदी जाएंगे म्यांमार-
पीएण नरेंद्र मोदी 5 सितंबर को म्यांमार के दौरे पर जा रहे हैं। वह म्यांमार के तीन शहरों का दौरा करेंगे। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब भारत म्यांमार के साथ अपने रणनीतिक और औद्योगिक संबंध बढ़ाने में जुटा हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ, चीन के साथ म्यांमार की बेबसी बढ़ती जा रही है। ऐसे में डोकलाम का तो भारत-चीन ने कूटनीतिक हल निकाल लिया है, मगर ये दोनों देश एकबार फिर सामने आ सकते हैं। इस बार वजह बन सकता है म्यांमार।