मुजफ्फरनगर जिले की खतौली तहसील में स्थित एक आवासीय स्कूल में 70 लड़कियों को मासिक धर्म की जांच के लिए कपड़े उतारने का मामला सामने आया था जिसमे स्कूल के 9 कर्मचारियों के पूरे स्टाफ को बर्खास्त कर दिया गया है। 25 मार्च को घटना की जानकारी सामने आते ही इस आवासीय विद्यालय की प्रधानाध्यापक को बर्खास्त कर दिया गया था।
जिला प्रशासन की ओर से कराई गई जांच में स्कूल के पूरे स्टाफ को ही दोषी पाया गया। जिसके बाद स्कूल के 9 लोगों के स्टाफ में शिक्षक, अकाउंटेंट, रसोईया, चौकीदार, स्थायी और अंशकालिक दोनों तरह के कर्मचारीयोन को बर्खास्त कर दिया गया। बता दें कि ल में प्रधानाध्यापक ने 70 लड़कियों को मासिक धर्म की जांच के लिए कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया।
लड़कियों के परिजनों ने एक शिकायत में आरोप लगाया था कि स्कूल की प्रधानाध्यापक ने लड़कियों को कपड़े उतारने पर मजबूर किया था और आदेश ना मानने पर नतीजे भुगतने की धमकी दी थी। बताया जा रहा है कि स्कूल के टॉयलेट में खून के धब्बे मिले थे।
बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रकेश यादव की ओर से स्थायी कर्मचारियों को चिट्ठी भेजकर सेवाएं समाप्त किए जाने की सूचना दी तो वहीं अंशकालिक कर्मचारियों को फोन पर सेवाएं समाप्त किए जाने की बात कही गई है।