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मुंबई में हो रही लगातार बारिश और जलभराव से 117 साल पुरानी तीन मंजिला इमारत गुरुवार सुबह गिर गई है। हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 22 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मलबे में 35 लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका थी। घायलों को जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब तक मलबे में दबकर घायल हुए 12 लोगों को अस्पताल ले जाया जा चुका है। इनमें से पांच की हालत गंभीर है।

बता दें कि मुंबई में सोमवार से हो रही बारिश से सड़कें पूरी तरह से भर गईं हैं। मौसम विभाग ने मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी है। राज्य सरकार ने शहर में बुधवार को रेड अलर्ट जारी कर दिया है। सीएम ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। सोमवार सुबह 8 बजे से मंगलवार सुबह तक करीब 152 मिमी बारिश हुई। जबकि मंगलवार को नौ घंटे में 298 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।

आपको बता दें कि इस हादसे के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गयी है। आपको बताते चले कि यह बिल्डिंग भिंडी बाजार के पास है। इस हादसे पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि बिल्डिंग गिरना सरकार की लापरवाही दिखाता है। सरकार को लोगों की कोई चिंता नहीं है।

शिवसेना नेता नीलम गोरे एक कहना है कि इमारत को पहले ही खतरनाक घोषित किया जा चुका था, BMC ने इसको लेकर नोटिस भी जारी किया था। उन्होंने कहा कि नोटिस जारी होने के बाद भी लोगों ने बिल्डिंग को खाली नहीं की।