नई दिल्ली: रविवार तड़के व्हाट्सप पर अपने घर वालों को मैसेज भेजकर मोहित और अर्पिता ने मौत को गले लगा लिया। सुबह तड़के करीब चार बजे मोहित और अर्पिता वापस अपने फ्लैट पर लौटे। उसके बाद मोहित के घर वालों को उन्होंने व्हाट्सप नंबर पर मैसेज भेजा। मैसेज में लिखा कि वे दोनों खुदकुशी कर इस दुनिया को अलविदा कह रहे हैं। मैसेज भेजने के बाद दोनों ने एक ही पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली। अर्पिता ने चुन्नी से जबकि मोहित ने चादर गले में लगा रखी थी। चुन्नी कमजोर होने के कारण बाद में टूट गई और उसका शव जमीन पर जा गिरा। लेकिन तबतक अर्पिता की मौत हो चुकी थी। मोहित और अर्पिता ने दो साल पहले ही लव मैरिज की थी।
मोहित इससे पहले न्यूजीलैंड में रह रहा था। लेकिन दो साल पहले वह वापस दिल्ली आ गया और उसके बाद दोनों ने शादी कर ली। लेकिन शादी के बाद मोहित और अर्पिता गोविंदपुरी में रहने लगे। जबकि मोहित के माता पिता गढ़ी इलाके में रहते हैं। शादी के बाद अबतक नहीं मिला था संतान सुख: बताया जा रहा है कि मोहित और अर्पिता को शादी को दो साल हो गए थे। लेकिन अबतक उनको कोई बच्चा नहीं हुआ था। लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण अभी सही कारणों का पता नहीं चल सका है। वही बेटे की असमय मौत के कारण मोहित के पिता सुशील कुमार भी पुलिस की जांच में मदद नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पूरे मामले की सूचना अर्पिता के पिता अशोक कुमार को दे दी है, जिनके दिल्ली पहुंचने तक शव को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखा गया है। अशोक कुमार बनारस से दिल्ली आ रहे हैं। एसडीएम के सामने उनके बयानों के बाद ही पुलिस की जांच की दिशा तय की जाएगी।
घर का इकलौता बेटा था मोहित
मोहित घर का इकलौता बेटा था। न्यूजीलैंड से वापस आने के बाद उसने नौकरी शुरू की। काफी समय तक उसकी नौकरी चली। लेकिन बाद में वह नौकरी भी चली गई। तब उसने बिजनेस शुरू किया। लेकिन बिजनेस में भी उसे अधिक सफलता नहीं मिली। जबकि मोहित के घरवालों को उससे बहुत अधिक अपेक्षा थी। घर का इकलौता बेटा होने के कारण उसके माता-पिता को भी उससे बहुत आस थी। लेकिन नौकरी और बिजनेस दोनों में उसे लगातार नुकसान उठाना पड़ा। आखिरी में उसने गोविंदपुरी में ही बच्चों के खेलने के लिए प्ले हाउस खोला। लेकिन इसमें भी उसे नुकसान ही उठाना पड़ा। छह महीने पहले उसने यह भी बंद कर दिया था। दोबारा वह नौकरी की तलाश में लगा था। लेकिन उसके मनपसंद की नौकरी नहीं मिली।
क्रिकेट और डॉगी का शौकीन था मोहित
मोहित के दोस्तों ने बताया कि मोहित क्रिकेट खेलने और डॉगी पालने का बहुत ही शौकिन था। वह हर रविवार को गोविंदपुरी के ही एक पार्क में दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने जाता था। इसके साथ ही उसके करीबी दोस्त ने बताया कि पिछले संडे हो भी सभी ने किक्रेट खेला था। इसके साथ ही उसे डॉगी पालने का बहुत शौक था। अभी भी उसने एक डॉगी पाल रहा था। अपने व्हाट्अप नंबर पर भी अपने डॉगी का डीपी लगा रखा था।
आखिरी समय तक अपने मालिक के शव को निहारता रहा डॉगी
मोहित तो अपने डॉगी से बहुत प्यार करता ही था। उसका डॉगी भी अपने मालिक को बहुत प्यार करता था। मोहित का शव जब एंबुलेंस से पोस्टमार्टम के लिए जा रहा था। तब वह तीसरी मंजिल से छज्जे से अपने मालिक के शव को देख रहा था।