लाहौर: पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर अपने करियर को विस्तार देने के लिए टेस्ट मैच कम खेलने के बारे में सोच रहे हैं। गेंदबाज ने राष्ट्रीय टीम के कोच मिकी आर्थर के साथ इस बारे में बात की है और ऐसा हो सकता है कि वह भविष्य में कम टेस्ट मैच खेलते दिखें। आमिर ने मैच फिक्सिंग की सजा भुगतने के बाद 2016 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। मैच फिक्सिंग के कारण जब उन पर प्रतिबंध लगा था तब वो सिर्फ 18 साल के थे। पांच साल के प्रतिबंध के कारण उन्होंने अपना समय खोया है और ऐसे में ज्यादा खेलने के लिए वह काम को सही तरह से प्रबंधित करना चाहते हैं।
वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने आमिर के हवाले से लिखा है, “2010 के बाद से क्रिकेट बदल गई है। मैंने अपने पांच साल खो दिए हैं। इन पांच वर्षो में अगर मैं खेलता तो मेरे हिस्से 70-80 टेस्ट मैच होते।”
तेज गेंदबाज ने कहा, “मैं खोए हुए समय को वापस नहीं ला सकता, लेकिन मैं अपने करियर को लंबा करने के लिए अपने काम के बोझ को अच्छे से संभाल सकता हूं। हर बीते दिन के बाद मेरी उम्र बढ़ रही है और मैं जानता हूं कि मेरे प्रशंसक मुझे खेलते हुए देखना चाहते हैं, लेकिन मैं इंसान हूं आयरन मैन नहीं।”
उन्होंने कहा, “मेरे पास अभी भी जुनून है। मैं अपने प्रशंसकों के लिए खेलना चाहता हूं। अपने देश के लिए लंबे समय तक खेलना चाहता हूं। मैंने अभी तक 30 टेस्ट मैच खेले हैं। अगले कुछ वर्षो में मैं कुछ और टेस्ट मैच खेलूंगा और हो सकता है कि मैं करियर का अंत 50 टेस्ट के साथ करूं।”
कोच मिकी से हुई चर्चा के बारे में आमिर ने कहा, “मैंने मिकी के साथ बात कि है कि ज्यादा क्रिकेट हो रही और हमें रोटेशन पॉलिसी की जरूरत है ताकि हर कोई पूरी तरह से फिट रहे। उनकी 2019 विश्व कप को लेकर तैयारी अच्छी चल रही है। मैं यह नहीं कह रहा कि मैं टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहता हूं। मैं कुछ मैचों में आराम करना चाहता हूं।”