करीब 3 साल पहले 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए की सरकार केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई। इस समय जहां केंद्र सरकार 3 साल में अब तक किए गए काम का प्रचार करने में लगी हुई है, वहीं विपक्ष सरकार की नाकामियों को उजागर करने का दावा कर रहा है। इस बीच एक सर्वे के अनुसार 2014 की तरह मोदी लहर चल सकता है। यदि आज चुनाव हुए तो मोदी सरकार फिर से सत्ता में आ सकती है।
आज हुए चुनाव तो NDA फिर 300 के पार-
एक न्यूज चैनल के अनुसार यदि आज चुनाव हुए तो एनडीए को 331 सीटें मिल सकती हैं जबकि 2014 में इसे 335 सीटें मिली थीं। यूपीए को 104 सीटों का अनुमान लगाया गया है, जो 2014 से 44 ज्यादा है। अन्य के खाते में 108 सीटें आ सकती हैं, जो 2014 के मुकाबले 40 कम है। एनडीए के वोट शेयर में 7 फीसदी का इजाफा हो सकता है।
पूर्वी भारत में NDA को पहले से ज्यादा सीटों का अनुमान-
एक न्यूज चैनल के अनुसार बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड और पूर्वोत्तर के राज्यों में एनडीए को 2014 से भी ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान है। इन राज्यों में लोकसभा की कुल 142 सीटें हैं। सर्वे में एनडीए को 71 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जो 2014 के मुकाबले 16 ज्यादा है। यूपीए को थोड़ा नुकसान हो सकता है और उसे 25 सीटें मिल सकती हैं। 2014 में यूपीए को 28 सीटें मिली थीं। यदि आज चुनाव हुए, तो पूर्वी भारत में अन्य के खाते में 46 सीटें आ सकती हैं, जो 2014 से 19 कम है। पूर्वी भारत में एनडीए के वोट शेयर में करीब 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।
बिहार और झारखंड में NDA को हो सकता है नुकसान-
सर्वे के अनुसार पूर्वी भारत में भले ही एनडीए को फायदे मिलने का अनुमान है, मगर बिहार और झारखंड में उसे कुछ सीटों का नुकसान हो सकता है। सर्वे के अनुसार भ्रष्टाचार के आरोपों से लालू यादव को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचेगा। ओडिशा, बंगाल और असम में एनडीए को फायदा हो सकता है।
उत्तर भारत में फीका पड़ सकता है मोदी का जादू-
सर्वे के मुताबिके यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब जैसे उत्तर भारत के राज्यों में कुल मिलाकर एनडीए को कुछ सीटों का नुकसान हो सकता है। उत्तर भारत की कुल 151 सीटों में एनडीए को 116 सीटें मिल सकती हैं, जो 2014 के मुकाबले 15 कम है। यूपीए को 15 सीटें मिल सकती हैं, जो पहले से 9 ज्यादा है। सर्वे में अन्य के खाते में 20 सीटों का अनुमान किया गया है, जो 2014 के मुकाबले 6 ज्यादा है। सर्वे के अनुसार हरियाणा और पंजाब में एनडीए को नुकसान हो सकता है। सर्वे के मुताबिक उत्तर भारत में एनडीए को 50 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं, जबकि यूपीए को 18 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
पश्चिम-मध्य भारत में NDA को मामूली नुकसान-
गुजरात, एमपी, जैसे पश्चिम-मध्य भारत के राज्यों में एनडीए को मामूली घाटा हो सकता है। पश्चिम-मध्य भारत में कुल 118 सीटें हैं, जहां एनडीए को 105 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि 2014 में उसे यहां 109 सीटें मिली थीं। इस तरह एनडीए को 4 सीटों का घाटा हो सकता है। इस क्षेत्र में यूपीए को 12 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले 3 ज्यादा है। अन्य के खाते में भी 1 सीट आ सकती है। 2014 में यहां अन्य के खाते में एक भी सीट नहीं गई थी। पश्चिम मध्य भारत में एनडीए का वोट शेयर बढ़ सकता है। सर्वे में इस क्षेत्र में एनडीए को 56 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है, जो 2014 के मुकाबले 3 प्रतिशत ज्यादा है।
दक्षिण भारत में UPA को फायदा-
सर्वे के मुताबिक दक्षिण भारत की कुल 132 सीटों में NDA को 39 सीटें मिल सकती हैं, जो 2014 के मुकाबले सिर्फ एक कम है। NDA को आंध्र प्रदेश और केरल में फायदा हो सकता है। दक्षिण भारत में UPA को जबरदस्त फायदा मिल सकता है। यहां उसे 52 सीटें मिल सकती हैं, जो 2014 के मुकाबले 29 ज्यादा है।
कैसे हुआ सर्वे
न्यूज़ चैनल के अनुसार सर्वे को 1 मई से 15 मई के बीच किया गया था। इसके लिए 19 राज्यों की 146 विधानसभा सीटों की 584 पोलिंग के 11373 लोगों से बातचीत की गई है।