नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर कथित हमले के ‘अति संवेदनशील’ मामले में गिरफ्तार किए गए आप विधायकों अमानतुल्ला खान और प्रकाश जारवाल को बुधवार राज जेल में गुजारनी पड़ी। दिल्ली पुलिस ने तीस हजारी कोर्ट से दोनों विधायकों की रिमांड की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने इसकी इजाजत नहीं दी। दोनों विधायकों को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया। कोर्ट आज उनकी जमानत अर्जियों पर सुनवाई करेगी। पुलिस ने उनकी अर्जियों पर जवाब के लिए वक्त मांगा है। अदालत ने कहा कि न्यायिक हिरासत का आधार सर्वथा उचित है क्योंकि आरोपी विधायकों के विरुद्ध कई मामले चल रहे हैं।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट शेफाली बरनाला टंडन ने संबंधित पुलिस उपायुक्त को इस मामले की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने का निर्देश दिया क्योंकि यह अति संवेदनशील मामला है। अदालत ने दोनों विधायकों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ करने की पुलिस की मांग खारिज कर दी कि दोनों ही विधायक जांच से जुड़ने और सहयोग करने के लिए तैयार हैं। अपने आदेश में अदालत ने बचाव पक्ष की इस दलील का उल्लेख किया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद प्रकाश का मेडिकल परीक्षण किया गया। वैसे भी दोनों विधायक जरुरत के हिसाब से जांच से जुडऩे एवं सहयोग करने को तैयार हैं।
देवली के विधायक जारवाल को मंगलवार रात गिरफ्तार किया गया था जबकि जामिया के विधायक अमानतुल्ला को बुधवार दोपहर हिरासत में लिया गया। दोनों को 19 फरवरी को मुख्यमंत्री के निवास पर एक बैठक के दौरान नौकरशाह पर कथित रुप से हुए हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। वहीं मुख्य सचिव की मैडिकल रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि उनके चोटें लगी हैं। उनके कंधे पर सूजन है जबकि चेहरे पर हल्के चोट के निशान हैं।
मुख्य सचिव ने लगाए ये आरोप
मुख्यमंत्री के घर पर लगा सीसीटीवी फुटेज से साफ नजर आ रहा है कि मुख्य सचिव प्रकाश की गाड़ी मुख्यमंत्री निवास में जाती है और सात मिनट आठ सेंकेंड बाद निकल जाती है। अपनी शिकायत में प्रकाश ने आरोप लगाया था कि 19 फरवरी की रात को वह सोफा पर बैठे थे, उनकी एक तरफ खान और दूसरी तरफ दूसरे आप विधायक थे। बिना किसी भड़कावे के ये दोनों विधायक ने उनके सिर पर घूसे चलाने लगे। आम आदमी पार्टी ने इस आरोप से इनकार किया है। मुख्य सचिव की शिकायत पर उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज किया गया है। खान ने आरोप लगाया कि मुख्य सचिव भाजपा की शह पर काम कर रहे हैं तथा यह घटना आप सरकार को बर्खास्त करने के लिए बहाना है। पुलिस गृहमंत्री के दबाव में काम कर रही है। प्रकाश ने दावा किया कि बैठक के दौरान उनसे आप के मीडिया प्रचार के बारे में सवाल किया गया। उधर, आप कार्यकर्त्ताओं ने कहा कि उन्हें राशन वितरण पर चर्चा के लिए बुलाया गया था। मुख्य सचिव ने पुलिस से शिकायत की है कि यह हमला पूर्वनियोजित था तथा वहां मौजूद लोगों ने उसकी साजिश रची थी। पुलिस ने आपराधिक साजिश के आरोप के साथ प्राथमिकी दर्ज की है।