ICC ने मीरपुर के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम की पिच को दोयम दर्जे का बताया है. इस पिच पर श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच दूसरा टेस्ट मैच खेला गया था. इस मैदान के हिस्से एक नकारात्मक अंक आया है, जो इसके साथ अगले पांच साल तक रहेगा.अगर इस मैदान में अगले पांच साल में पांच नकारात्मक अंक जुड़ते हैं, तो इस मैदान को 12 महीने के लिए अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा.
श्रीलंका ने इस मैदान पर खेले गए मैच में मेजबान टीम को 215 रनों से मात दी थी. इस मैच में टीम का उच्च स्कोर 226 रन था. इस मैच में कुल 38 विकेट गिरे थे, जिसमें से 30 विकेट स्पिनरों ने लिये थे.आईसीसी ने अपने बयान में कहा है, ‘पहले दिन ऐसे सबूत थे कि पिच टूट रही है, जिसके कारण असमान उछाल मिल रहा है. साथ ही अप्रत्याशित स्पिन भी विकेट से मिल रही है, जो कई बार बहुत ज्यादा हो जाती है.’
इससे पहले चटगांव में खेले गए पहले मैच की पिच को भी आईसीसी ने दोयम दर्जे का बताया था. पिछले साल सितंबर में भी शेर-ए-बांग्ला मैदान पर ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान आईसीसी ने इस मैदान की आउटफील्ड को खराब बताया था. हालांकि तब आईसीसी ने नकारात्मक अंक प्रणाली शुरू नहीं की थी.