मियामी ओपन टेनिस चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में वोजनियास्की ने चेक गणराज्य की प्लिसकोवा को 5-7, 6-1, 6-1 से मात दी। इसके साथ ही डेनमार्क की स्टार खिलाड़ी कैरोलिन वोजनियास्की ने मियामी ओपन टेनिस चैंपियनशिप के फाइनल में स्थान बना लिया है। प्लिसकोवा ने अपना पहला सेट भी अपने नाम किया था लेकिन इसके बाद वह मैच पर अपनी पकड़ कायम नहीं रख पाईं और अगले दोनों सेट हारकर मुकाबला गंवा बैठीं।
वोजनियास्की छठी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं। वोजनियास्की ने मुकाबले में शानदार वापसी की और प्लिसकोवा द्वारा की गई गलतियों का फायदा उठाया। इस मैच को जीतने वाली वोजनियास्की उन खिलाड़ियों में चौथे स्थान पर आ गई हैं जो डब्ल्यूटीए के इस जरूरी टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे ज्यादा बार पहुंची है। रूस की मारिया शारापोवा सबसे ज्यादा नौ बार, अमेरिका की सेरेना विलियम्स और बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका आठ-आठ बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं।
योहाना कोंटा से होगा मुकाबला
फाइनल में वोजनियास्की का सामना योहाना कोंटा से होगा। कोंटा ने अमेरिका की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी वीनस विलियम्स को मात देकर फाइनल में प्रवेश कर इतिहास रचा चुकीं हैं ।
कोंटा ने रच था इतिहास
कोंटा इस टूनार्मेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली ब्रिटिश महिला टेनिस खिलाड़ी बन गईं। कोंटा ने मियामी ओपन में महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में वीनस को 6-4, 7-5 से मात देकर खिताबी मुकाबले में कदम रखा।
मैच के बाद कोंटा ने कहा, “मुझे वोजनियास्की से होने वाले मैच का इंतजार है। यह संघर्षपूर्ण मुकाबला होने वाला है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने की कोशिश करूंगी”
कतर ओपन में प्लीसकोवा ने वोजनियास्की को हराकर जीत था ख़िताब
कतर ओपन का खिताब 2017 के फाइनल में चेक गणराज्य की केरोलिना प्लीसकोवा (23 वर्ष) ने कैरोलिन वोजनियास्की को मात देकर इस साल की अपनी दूसरी खिताबी जीत हासिल की थी।
चेक गणराज्य की प्लीसकोवा ने वोजनियास्की को एक घंटे 20 मिनट तक चले मुकाबले में सीधे सेटों में 6-3, 6-4 से मात देकर कतर ओपन खिताब पर कब्जा जमाया। इससे पहले जनवरी में प्लीसकोवा ने ब्रिस्बेन में खिताबी जीत हासिल की थी।