लखनऊ: राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ से मुलाकात की और उनसे राज्य में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि ‘पद्मावत’ प्रदर्शित हुई तो सिनेमा हाल में ‘जनता कर्फ्यू’ लगाएगी। राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह ने पत्रकारों को बताया कि ‘मैं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला और उनसे फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। वहीं योगी सरकार पद्मावत पर बैन के मूड में नहीं है। यही वजह है कि यूपी में पद्मावत रिलीज की जाएगी।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री से करीब 20 मिनट की मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में फिल्म प्रदर्शित हुई तो सिनेमा हाल में ‘जनता कर्फ्यू’ लगाएगी। कालवी ने कहा कि उन्हें फिल्म में 40 बिन्दुओं पर आपत्ति है। महाराणा प्रताप और शिवाजी जैसे व्यक्तित्व पर फिल्म बनाएं और बाक्स आफिस पर फिल्म बाहुबली का रिकार्ड तोड़ेगी। कालवी ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है और हमें उम्मीद है कि वह हमारा अनुरोध मानेंगे। उम्मीद है कि केंद्र इस दिशा में कोई ठोस कदम उठायेगा। हम जनता से पूछते है कि वह पद्मावती की तरफ है या अलाउद्दीन खिलजी की तरफ, वह राम की तरफ है या रावण की तरफ।
कालवी ने कहा कि सेंसर बोर्ड को जनता की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए। बाहुबली फिल्म क्षत्रियों पर बनी थी लेकिन उस पर किसी को कोई विरोध नहीं था। अगर फिल्म पद्मावती पर बनती तो हमें कोई विरोध नहीं था। यह फिल्म उन 16 हजार महिलाओं द्वारा किए गए जौहर पर बननी चाहिए, जो दुनिया का सबसे बड़ा बलिदान था और यह केवल राजपूत महिलाओं ने ही नहीं किया था बल्कि इसमें समाज के अन्य वर्गो की महिलाएं भी शामिल थी।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने यह नहीं कहा है कि केवल भंसाली ही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का फायदा उठा सकते है। हमें भी विरोध का अधिकार है। देश के सभी सिनेमाघरों में जनता कर्फ्यू लगाएगी। हम कृतसंकल्पित है कि देश में कही भी पद्मावत न दिखाई जाए। उन्होंने कहा कि हम सिर काट लाएंगे 10 करोड़ रूपए देंगे। वह ऐसी बातों पर विश्वास नही करते है।