मेरठ, 17 मई 2021
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजकल जिलों का दौरा कर कोविड से निपटने की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। सीएम के दौरे को लेकर अफसर भी कितने मुस्तैद दिखाई दे रहे हैं इसका एक नजारा मेरठ में देखने को मिला। सोमवार को सीएम योगी ने मेरठ का दौरा किया। इस दौरान जिस रास्ते से वे गुजरे, वहां सड़क किनारे अधिकारियों ने सफेद पर्दा लगा दिया था। इन सफेद पर्दों के उस पार गंदगी का अंबार था जिसको अफसरों ने ढंक दिया था। हो सकता है कि इधर से गुजरते समय मुख्यमंत्री की नजर सच्चाई छुपाने वाले इन सफेद पर्दों पर पड़ी भी हो लेकिन अफसरों का यह कारनामा चर्चा में आ गया है।
यह नजारा मेरठ-बुलंदशहर हाईवे का है। सीएम योगी बिजौली गांव दौरे पर गए। रास्ते में बहुत बड़ा डंपिंग ग्राउंड है जहां शहरभर का कूड़ा लाकर फेंका जाता है। इस कूड़े के अंबार से दुर्गंध भी आसपास के इलाकों में फैली रहती है। इन कूड़ों के पास में ही झुग्गी बस्ती भी है। सीएम योगी को यह सबकुछ दिख न जाए इसके लिए अफसरों ने नायाब तरीका निकाला। रास्ते में जहां तक कूड़े का अंबार और झुग्गी बस्ती है, वहां तक किनारे-किनारे सफेद पर्दे लगा दिए। सीएम योगी जब इस रास्ते से होकर गुजरे तो वहां इन पर्दों के पास पुलिस की तैनाती भी की गई थी ताकि झुग्गी बस्ती से कोई बाहर न निकले।
मेरठ दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ कमिश्नरी सभागार में मीटिंग की। इस बैठक में जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए जिसमें सपा विधायक रफीक अंसारी भी थे। सपा विधायक ने सीएम योगी से कहा कि मेरठ के हालात बहुत खराब हैं और यहां कई लोग तड़पकर मरे। अस्पतालों की बदहाली और मनमानी का जिक्र करते हुए सपा विधायक ने बेड और ऑक्सीजन की कमी की बात को भी सीएम के सामने रखा। वहीं भाजपा के विधायकों और सांसदों ने कहा कि मेरठ जिले में सब ठीक है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अफसरों को जांच बढ़ाने और इसकी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। क्वारंटाइन में होने की वजह से भाजपा विधायक संगीत सोम इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए।