डायरेक्टर मधुर भंडारकर अपनी फिल्म ‘इंदु सरकार’ की वजह से विवाद में आ गए हैं। भंडारकर की फिल्म के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता मुंबई में सेंसर बोर्ड के ऑफिस पहुँच गए। वे बोर्ड के चीफ से मिलकर फिल्म के बारे में बात करना चाहते हैं। अभी तक 14 प्रतिनिधियों को पहलाज निहलानी से मिलने की इजाजत दी गई है।
वहीँ इससे पहले सेंसर बोर्ड के बाद अब संजय गांधी की बेटी होने का दावा करने वाली महिला प्रिया सिंह पॉल ने मधुर भंडारकर को नोटिस भेजा था कि फिल्म का ट्रेलर जनता को गुमराह करने वाला है।
इंदु सरकार की कहानी
इसमें नील नितिन मुकेश का किरदार संजय गांधी का किरदार निभा रहें हैं। इंदु सरकार में इमरजेंसी के दौर को दिखाया गया है। यही वजह है कि कांग्रेस इस फिल्म की रिलीज का विरोध कर रही है। अलग-अलग शहरों में फिल्म के खिलाफ होते प्रदर्शन को देखते हुए मधुर भंडारकर को अब सुरक्षा प्रदान की गई है।
हाल ही में एक कॉन्फ्रेंस में प्रिया सिंह ने कहा कि, ” वो फिल्म का ट्रेलर देख कर हैरान थीं कि एक तरफ संजय गांधी के रोल में एक आदमी कहता है ये सरकार (चाबुक) से चलती है और दूसरे सीन में एक महिला को जेल में फांसी दी जाती है और बाद में बलात्कार किया जाता है। जो पूरी तरह गुमराह करने वाला था। ट्रेलर को देखकर ये लगता है कि ये फिल्म संजय गांधी की इमेज को पूरी तरह भ्रमित करेगी। मैं संजय गांधी से मिली हुई हूं उनका स्वभाव बहुत ही जेंटल है।”