लखनऊ: एक तरफ जहाँ उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है , वहीं दूसरी तरफ नवाबों के शहर लखनऊ में भी एक नया इतिहास बना है. यहाँ अब सौ साल बाद मेयर के पद पर कोई महिला आसीन होंगी. जी हां, साल 1916 में उत्तर प्रदेश म्युनिसिपल एक्ट बनने के बाद नवाबों के शहर लखनऊ को इन 100 सालों में पहली बार एक मेयर पद पर एक महिला आसीन होंगी. बीजेपी की संयुक्ता भाटिया लखनऊ की पहली महिला मेयर होंगी. 2012 में यहां से बीजेपी के दिनेश शर्मा मेयर चुने गए थे जो अभी यूपी के उपमुख्यमंत्री हैं.
आपको बता दें कि इस सीट को महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया गया था. किसी भी महिला की जीत एक रिकार्ड ही बनता. सपा की ओर से मीरा वर्धन चुनाव लड़ रही थीं, वहीं बीएसपी की ओर से बुलबुल गोडियाल चुनाव मैदान में थीं. कांग्रेस की कैंडिडेट प्रेमा अवस्थी थीं, जबकि आम आदमी पार्टी ने प्रियंका माहेश्वरी को कैंडिडेट बनाया था.
संयुक्ता भाटिया 90 के दशक में कैंट से विधायक रहे स्वर्गीय सतीश भाटिया की पत्नी हैं. संयुक्ता संघ की अवध प्रांत की महिला समन्वयक हैं, जबकि उनके बेटे प्रशांत भाटिया लखनऊ के विभाग कार्यवाह हैं. इस लिहाज से संयुक्ता भाटिया का पूरा परिवार बीजेपी और संघ से जुड़ा हुआ है.