लोकायुक्त पुलिस ने नगर और ग्राम निवेश विभाग की एक आला अधिकारी के ठिकानों पर मंगलवार को छापे मारे और बड़े पैमाने पर उसकी बेहिसाब संपत्ति का खुलासा किया। लोकायुक्त पुलिस के एक उपाधीक्षक डीएसपी ने बताया कि नजदीकी देवास जिले में नगर और ग्राम निवेश विभाग में पदस्थ उप निदेशक अनीता कुरोठे के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी।
रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी गई संपत्ति-
इस शिकायत पर इंदौर में उनके तीन ठिकानों पर छापे मारे गए। वह इंदौर में भी पदस्थ रह चुकी हैं। उन्होंने बताया कि लोकायुक्त पुलिस के छापों से पता चला है कि कुरोठे और उनके नजदीकी रिश्तेदारों के नाम से खरीदी गई संपत्ति में इंदौर की बहुमंजिला आवासीय इमारत में एक पेंट हाउस, 3500 वर्ग फीट में फैला फार्म हाउस, शहर के अलग-अलग इलाकों में आठ दुकानें और सात एकड़ कृषि भूमि शामिल हैं।
आय के मुकाबले बहुत अधिक संपत्ति-
कुराठे के घर से करीब डेढ़ लाख रुपये की नकदी और सोने के कुछ जेवरात भी प्राप्त हुए हैं। डीएसपी ने बताया है कि इंदौर से सटे कस्बे के एक होटल में कुरोठे की कारोबारी भागीदारी के संकेत मिले हैं। इसके साथ ही उनके 20 से 25 बैंक खातों के बारे में भी जानकारी मिली है। उन्होंने बताया है कि कुरोठे वर्ष 1994 में सरकारी सेवा में शामिल हुई थीं। लोकायुक्त पुलिस के छापों में उनकी जिस बेहिसाब संपत्ति का खुलासा हुआ है, वह उनकी वैध आय के मुकाबले बहुत अधिक है। उनकी बेहिसाब संपत्ति का विस्तृत मूल्यांकन किया जा रहा है। मामले की जांच चल रही है।