कॉमेंटेटर

पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और बीसीसीआई के कॉमेंटेटर पैनल में शामिल अन्य को शपथपत्र देना होगा। उन्हें बताना होगा कि लोढ़ा पैनल की सिफारिशों के अनुरूप किसी तरह का ‘हितों का टकराव’ नहीं है।

बीसीसीआई अपने सूचीबद्ध कॉमेंटेटरों के लिए चार नामों पर सहमत है। जिनमे सुनील गावसकर, संजय मांजरेकर, मुरली कार्तिक और हर्ष भोगले शामिल हैं। सीओए सदस्य डायना एडुल्जी ने कहा कि ‘हितों के टकराव’ से जुडे़ सभी मसलों पर भी गौर किया जा रहा है।

उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘हमने नामों पर चर्चा की लेकिन इन पर अंतिम फैसला नहीं किया गया। हमें हितों के टकराव के नियम को अच्छी तरह से समझने की जरूरत है। हम अब भी नहीं जानते कि किसके क्या हित हैं।’

वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी नामों पर सहमति बन गयी है लेकिन चारों सूचीबद्ध कमेंटेटरों को शपथपत्र पर हस्ताक्षर करने होंगे। उन्हें यह घोषित करना होगा कि उनका खिलाड़ियों के प्रबंधन से जुड़ी किसी फर्म से कोई रिश्ता नहीं है।

बीसीसीआई एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘बीसीसीआई किसी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहता है। लोढ़ा सुधारों में स्पष्ट लिखा है कि बीसीसीआई से जुडे़ किसी भी व्यक्ति का किसी भी तरह का हितों का टकराव नहीं होना चाहिए। हमें याद होना चाहिए कि सीओए के पूर्व सदस्य रामचंद्र गुहा ने अपने त्यागपत्र में गावसकर की प्रोफेशनल मैनेजमेंट ग्रुप में भागीदारी का मसला उठाया था।’