इलाहाबाद हाईकोर्ट के 150 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने नई तकनीक के सहारे न्यायपालिका का काम तेज करने की बात कही।
पीएम मोदी ने कहा ‘तकनीक के सहारे न्यायपालिका का काम तेज हो, मोबाइल से मुकदमों की तारीख के एसएमएस मिलें। ’
योगी ने कहा कि,”कानून से बड़ा कोई नहीं होता है। इस समारोह में शामिल होना सौभाग्य की बात है। कानून शासकों का शासक है। कानून का स्थान शासकों से ऊपर होता है। निष्पक्ष न्याय देना सरकार का कर्तव्य कानून से ही समाज चलता है। न्याय और विधि एक-दूसरे के पूरक हैं। न्याय व्यवस्था देश और समय के साथ बदलती रही है। इलाहाबाद हाई कोर्ट देश का सबसे बड़ा हाई कोर्ट है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कई ऐतिहासिक फैसले दिए हैं। ”
पीएम मोदी ने कहा, 2022 के लिए रोड़ मैप तय करे देश, सवा सौ करोड़ लोगों के साथ सवा सौ करोड़ कदम आगे बढ़ेगा भारत- मोदीअब तक हम 1200 कानून खत्म कर चुके हैं। 2022 के लिए संकल्प तय करे देश- मोदीकानून का लक्ष्य सिर्फ अमीरों का नहीं बल्कि देश के हर नागरिक का कल्याण करना है।
पीएम मोदी भी कहा कि, तकनीक से जीवन आसान हो गया है और टेक्नोलॉजी से वकीलों का काम आसान हुआ है। कानून सबके लिए बराबर है। इलाहाबाद हाईकोर्ट भारत के न्याय विश्व का तीर्थ क्षेत्र है। कानून का स्थान शासन-शासकों से ऊपर है,कानून व्यवस्था स्वतंत्र व निष्पक्ष न्यायपालिका पर निर्भर करती है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट एशिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना हाईकोर्ट है, इसकी स्थापना 17 मार्च 1866 में हुई थी। अपनी स्थापना के इसने 150 साल पूरे कर लिए हैं, हाईकोर्ट की एक बेंच लखनऊ में है जिसमे राजधानी लखनऊ समेत आठ ज़िलों से जुड़े मामलों की सुनवाई होती है।